महामारी नहीं खुशी में जलाया जाता है दीया- प्रेमचंद्र मिश्रा
पटना (जागता हिंदुस्तान) कोरोना महामारी को लेकर जारी लॉक डाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रविवार रात 9:00 बजे 9 मिनट के लिए घरों की लाइट बंद कर दीया, मोमबत्ती जलाने के आह्वान को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है।
इसी क्रम में बिहार कांग्रेस के विधान पार्षद सह प्रवक्ता प्रेमचंद्र मिश्रा ने केंद्र सरकार पर बड़ा हमला किया है। उन्होंने कहा है कि कोरोना को लेकर जहां हम भीषण संकट में घिरे हैं। अस्पतालों में आवश्यक जांच की सुविधा नहीं है। 130 करोड़ की आबादी वाले भारत में अब तक मात्र 50 हजार के करीब लोगों की ही जांच हो सकी है। यह स्थिति अत्यंत भयावह है।
उन्होंने बिहार सरकार और केंद्र के तालमेल पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि बिहार को 10 लाख पीपीई किट्स, मास्क और वेंटिलेटर चाहिए लेकिन साधन और सत्ता में रहते हुए केंद्र इसे नहीं दे पा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नजर में पीपीई किट्स, मांस के वेंटीलेटर और आईसीयू बेड की बिहार को ज्यादा जरूरत है। हमें अपने डॉक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों सफाईकर्मियों, पुलिसकर्मियों, मीडियाकर्मियों की सुरक्षा को पहले प्राथमिकता देते हुए उन गरीबों, मजदूरों, अभावग्रस्त लोगों को भोजन और उनके इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए न कि दीया जलाने की जरूरत है।
प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि हमारा मकसद इस महामारी पर विजय प्राप्त करना है लेकिन इलाज के लिए आवश्यक सामग्रियों की पूर्ति करने की बजाय सरकार में बैठे लोग हम यह कहते हैं कि थाली पीट ली, ताली पीट ली, अब दिया जलाओ। कांग्रेसी एमएलसी ने कहा कि दीया का अपना एक महत्व है। रावण वध के बाद जब भगवान श्री राम अयोध्या लौटे थे तब इस खुशी में लोगों ने दीया जलाया था। महामारी के समय कभी दिया नहीं जलाया गया। भारत में ऐसा पहली बार हो रहा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नजर में महामारी और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर सभी पक्षों की एक राय होनी चाहिए। जब देश को रोना संक्रमण से जूझ रहा है तब सरकार को इसके रोकथाम के लिए हर संभव उपाय करना चाहिए ना की मोमबत्ती जला दिया जला और बत्ती बुझाओ की बात करनी चाहिए।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उत्तर बिहार के लोगों के लिए आपदा विभाग ने अगलगी को लेकर दिशा निर्देश भी जारी किए हैं। ऐसे में दिया जलाना खतरनाक हो सकता है। वैसे भी जब को रोना जैसा जानलेवा बीमारी फैला हो और रोज कई लोग मौत के शिकार हो रहे हो तब दिया जलाना कहीं से भी उचित नहीं लगता।
प्रेमचंद्र मिश्रा ने बिहार के लोगों से कहा कि आपकी प्राथमिकता अपनी-अपनी सुरक्षा है। आप अपनी और अपने घर परिवार की देखभाल करें। बाहर अगर कुछ कर सकते हैं तो रोजी रोटी के संकट से जूझ रहे मजदूर तबके की मदद करें। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से कहा कि अपना ध्यान रखिए और घर में ही रहिए सरकार के भरोसे मत रहिए। प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि जब हम कोरोना पर विजय प्राप्त कर लेंगे तब मिल कर दीया जलाएंगे।