फिजिकली फिट व्यक्ति को भी हो सकता है हृदयाघातः डॉ. ज्योति प्रकाश कर्ण
दरभंगा (जागता हिंदुस्तान) पारस ग्लोबल अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. ज्योति प्रकाश कर्ण के मुताबिक फिजिकली फिट व्यक्ति को भी हर्ट अटैक या हृदयाघात हो सकता है। इसका उदाहरण हाल में हृदयाघात से मौत के मुंह में समाए अभिनेता व बिग बॉस के विजेता सिद्धार्थ शुक्ला हैं। क्रिकेट खिलाड़ी सौरभ गांगुली को भी जिम करने के थोड़ी देर बाद ही हृदयाघात हो गया था। ऐसे में जरूरी है कि 35-40 उम्र के बाद अपने हृदय की विशेष देखभाल करें। हृदय की रेगुलर जांच कराते रहें।
डॉ. कर्ण कहते हैं कि यदि आप छोटे शहर से हैं तो कम-से-कम ईसीजी करा ही सकते हैं। उनके मुताबिक हृदय रोग को दूर रखने के लिए शारीरिक रूप से फिट रहना जरूरी है। लेकिन कई बार वंशानुगत हृदय रोग की वजह से व्यक्ति इसके चपेट में आता है। इसलिए यदि परिवार का इतिहास हृदय रोग का है तो विशेष सतर्कता बरतें। क्योंकि ऐसे में खतरा ज्यादा होता है। यदि हृदयाघात का लक्षण दिखे तो इंतजार नहीं करें। हालांकि कभी-कभी हृदयाघात का पता भी नहीं चलता। इसे साइलेंट हर्ट अटैक कहते हैं।
भारत और दुनिया में हृदयाघात से सबसे ज्यादा मौत
डॉ. कर्ण के मुताबिक हृदयाघात से भारत सहित पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा मौत होती हैं। कुल आबादी का 30 से 40 प्रतिशत व्यक्ति को हृदयाघात की आशंका होती है। इसलिए आप सुरक्षित हैं, ऐसा कतई नहीं सोचें।
हृदयाघात की ऐसे की करें पहचानः छाती में भारीपन या असामान्य होना, बांह में दर्द, पीछे दर्द, पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द, पसीना आना, घबराहट महसूस करना, सांस फूलना जैसा कोई लक्षण दिखाई दे तो सतर्क हो जाएं। डॉक्टर की सलाह जरूर लें। पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द को लोग अमूमन गैस की समस्या समझ कर दरकिनार कर देते हैं। यह घातक हो सकता है।
हृदयाघात की आशंका पहचानने के लिए ये जांच करानी होती हैः मरीज को ट्रेड मिल पर दौड़ाकर जांच की जाती है। इको और ईसीजी भी किया जाता है।
इससे रहें दूरः पारस अस्पताल के डॉ. कर्ण के मुताबिक हृदयाघात से बचने के लिए खान पान संतुलित रखें। वसायुक्त सामान नहीं खाएं और धू्रमपान से दूर रहें।
पारस अस्पताल में हृदय रोग का उपचार मौजूद
डॉ. ज्योति प्रकाश कर्ण कहते हैं कि पारस ग्लोबल अस्पताल में हृदय रोग के उपचार की पूरी व्यवस्था है। हृदय रोगों की यहां जांच भी होती है। यदि किसी को हृदय रोग का रेगुलर चेकअप कराना हो तो वो यहां करा सकते हैं। हृदयाघात के उपचार की भी यहां व्यवस्था है। डाॅ. कर्ण सुबह 9 बजे से षाम 5 बजे तक मौजूद रहते हैं। यहां 24 घंटे इमरजेंसी सेवा उपलब्ध है।