Social

एडवांटेज महफिल-ए-गजल कार्यक्रम 21 जून को, राधिका चोपड़ा पेश करेंगी गजल

पटना (जागता हिंदुस्तान) एडवांटेज लिटरेरी फेस्टिवल, उदयपुर टेल्स तथा अदबी संगम की ओर से आगामी रविवार 21 जून को डिजिटल प्लेटफार्म जूम (Zoom) पर होने वाले महफिल-ए-गजल कार्यक्रम की तैयारी जोरशोर से चल रही है। इस कार्यक्रम में देश की सुप्रसिद्ध गजल गायिका डाॅ. राधिका चोपड़ा कोविड-19 के माहौल में लोगों को अपने गीतों से सुकून देने का प्रयास करेंगी। यह कार्यक्रम शाम 7.30 बजे से रात 9.00 बजे तक चलेगा तथा इस कार्यक्रम को देखने के लिए लोगों को 500 रूपये देकर advantagelit@gmail.com पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। आधी सीटें बुक हो चुकी हैं इसलिए जल्द से जल्द अपना रजिस्ट्रेशन करा लें। इस कार्यक्रम से मिलने वाली राशि को जनहित के काम में खर्च किया जायेगा।

बता दें कि दिल्ली की रहने वाली डाॅ. राधिका चोपड़ा का जन्म जम्मू में हुआ था। शुरू में उन्होंने पंडित जेआर शर्मा तथा शांति हीरानन्द (बेगम अख्तर घराना) से प्रशिक्षण प्राप्त किया। वह एक अत्यंत प्रतिभाशाली और बहुमुखी कलाकार है, जिन्हें दुर्लभ कलाकार की संज्ञा दी जा सकती है। भारतीय शास्त्रीय संगीत में डाॅक्टरेट करने वाली राधिका की मांग न सिर्फ भारत, पाकिस्तान बल्कि ब्रिटेन, मध्य पूर्व, अमेरिका, पूर्वी अफ्रीका में भी है। राधिका को गजल गायिकी में योगदान के लिए वार्षिक उर्दू अकादमी पुरस्कार 2019 से नवाजा गया। वे भारत के सभी प्रमुख त्योहारों जहां-ए-खुसरो, जश्न-ए-रेख्ता, जश्न-ए-अदब, गजल बहार आदि में भी अपनी गायकी का जलवा दिखा चुकी हैं।

यह जानकारी देते हुए एडवांटेज ग्रुप के संस्थापक और सीईओ खुर्शीद अहमद ने बताया कि एडवांटेज लिटरेरी फेस्टिवल के तहत इस त्योहारी माह मई-जून के तहत चल रहे विभिन्न कार्यक्रमों को लोग काफी पसंद कर रहे हैं। यह कार्यक्रम लोगों को देखने के लिए आकर्शित कर रहा है। राधिका चोपड़ा भारत की एक बेहतरीन गजल गायिका के रूप में चर्चित हैं, जिन्हे सुनने के लिए भीड़ जुटती है।

उन्होंने कहा कि त्योहारी माह में अब तक मुशायरा, कव्वाली तथा अंदाज-ए-बयां को 567 लोगों ने लाइव देखा है। फेसबुक तथा यू ट्यूब पर कुल तीस हजार दर्शक दर्ज किये गये। इन कार्यक्रमों की खबरें (पोर्टल, अखबार, मैगजीन) द्वारा तीस लाख लोगों तक पहुंची।

उन्होंने कहा कि हमने लोगों को नकारात्मकता से दूर रखने के लिए जूम (Zoom) पर इन कार्यक्रमों को कराने का फैसला किया। सकारत्मक सोचने पर मन में ऊर्जा पैदा होती है जो इंसान को अच्छे काम करने को प्रोत्साहित करता है।

उन्होंने कहा कि आगामी 28 जुलाई को मुशायरा पार्ट-2 का आयोजन किया जायेगा, जिसमें नामचीन शायर भाग लेंगे। पांच जुलाई को सूफी सिंगर सलामत खान की टीम का कार्यक्रम है। सलामत राजस्थान के जैसलमेर के रहने वाले हैं। वे सूफी के अलावा और भी गीत गाते हैं। उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए एडवांटेज लिटरेरी फेस्टिवल की कोर कमेटी के सदस्य फैजान अहमद, ओबेदुर रहमान, फहीम अहमद, डॉ. वकार अहमद, खालिद रशीद, अहमद साद, एजाज अहमद, अनवारूल होदा, शिव चतुर्वेदी, अनवर जमाल, शुमेला तहजीब, अध्यक्ष डाॅ. एए हई तथा सचिव खुर्शीद अहमद की देखरेख में आयोजन की तैयारी कर रहे हैं।

एडवांटेज लिटरेरी फेस्टिवल आयोजित करने वाली कंपनी एडवांटेज सपोर्ट एडवांटेज ग्रुप की सीएसआर कंपनी है। इस कंपनी के ट्रस्टी डाॅ. एए हई, डाॅ. रंजना कुमारी, संजीव बोस, राजीव सोनी, संजय सलिल, खुर्शीद अहमद, सैयद सुलतान अहमद, राजीव रंजन, ओवी शेलवेन, सैयद सबा करीम एवं चंद्रमणी सिंह हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *