रेलवे के निजीकरण के खिलाफ AISF-AIYF ने निकाला आक्रोश मार्च, पीएम मोदी का पुतला फूंका
पटना (जागता हिंदुस्तान) देश मे कोरोना महामारी से आम जनता त्राहिमाम कर रही है छात्र – नौजवान बेरोजगार हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सरकार रोजगार पैदा करने वाला एक बड़ा उपकरण व राष्ट्रीय संपदा रेलवे को निजी हाथों में सौंपने का काम कर रही है । बेरोजगारी रिकॉर्ड स्तर को छू रही है और सरकार अपने गलत नीतियों के कारण अपने देश के छात्र- नौजवानों के भविष्य को अंधेरे में धकेलने का काम कर रही है। रेलवे के निजीकरण समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर वामपंथी छात्र संगठनों ने प्रदर्शन के दौरान यह बातें कही। इसी क्रम में बुुधवार को AISF- AIYF ने अदालतगंज से पटना जंक्शन तक जुलूस निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री का पुतला जलाकर एक सभा का आयोजन किया।
सभा की अध्यक्षता AISF के जिला सचिव जन्मेजय कुमार ने किया । सभा को संबोधित करते हुए AISF के पूर्व महासचिव विश्वजीत कुमार ने कहा कि सरकार कोरोना महामारी के इस दौर में भी अपनी नाकामी को छुपाने के लिए देश के सार्वजनिक संस्था को बेचने का काम कर रही है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
सभा को संबोधित करते हुए AIYF के जिला सचिव विपिन कुमार ने कहा कि कोरोना काल में भीषण बेकारी बढ़ी है। बेकार नौजवान हताशा का शिकार हो आत्महत्या कर रहे है पर सरकार कान में तेल डाल सोयी है। सागर सुमन ने जनता पर सरकार की दोहरी हमले की सख्त निंदा की। प्रमोद नंदन ने स्वास्थ्य की बदहाली को बताया और सरकार की संवेदनहीनता को कोरोना फैलाव के लिए जिम्मेवार बताया।
इनके साथ अंकित कुमार, राज कुमार शाही छात्र नेता राहुल कुमार ने संबोधित किया। इनके अलावे सुरेंद्र कुमार, बिरेन्द्र कुमार, मनीष कुमार, भाग्य भारती, अमरनाथ कुमार, राकेश कुमार आदि अन्य साथी मार्च व पुतला दहन में उपस्थित थे ।