Lockdown : पुलिस-प्रशासन का रवैया दंडात्मक नहीं सहयोगात्मक हो- AISF
सिवान (जागता हिंदुस्तान) वैश्विक महामारी नोवल कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भागीदारी व सहयोग को लेकर एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार ने सिवान डीएम को पत्र भेजा है। छात्र नेता ने जिलाधिकारी को भेजे गए पत्र में कहा है कि वैश्विक महामारी नोवल कोरोना के खिलाफ लड़ाई एक बेहद संवेदनशील कार्य है। लॉक डाउन के समय पुलिस प्रशासन के रवैये को दंडात्मक की बजाय सहयोगात्मक बनाने की माँग की है।
पत्र में वीएम उच्च विद्यालय में लॉक डाउन के दरम्यान जरूरतमंदों एवं बाहर से आने वाले लोगों के लिए जारी खाने-पीने व रहने के इंतजाम का प्रचार-प्रसार किए जाने की आवश्यकता जताई है तथा प्रचार प्रसार के अभाव व पुलिस दाबिश में वहाँ तक लोग नहीं पहुंच पाने की जानकारी भी दी है। जबकि कोरोना को लेकर जागरूकता एवं सरकारी योजनाओं को जरूरतमंदों व जन-जन तक पहुंचाना आवश्यक है।
उन्होंने अपने संदेश में जिलाधिकारी को बताया है कि स्वतंत्रता संग्राम के संघर्ष के दौरान बना देश का पहला छात्र संगठन ऑल इण्डिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISF) एवं अन्य सामाजिक संगठन वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सरकार एवं पुलिस प्रशासन के साथ है। इनका सहयोग जिला प्रशासन ले सकता है।
एआईएसएफ और अन्य सामाजिक संगठन प्रशासन द्वारा लॉक डाउन पास उपलब्ध कराए जाने पर स्वयंसेवक प्रशासन को मुहैया करा सकते हैं।
बता दें कि लॉक डाउन के दौरान घर से बाहर निकलने वाले जरूरमंद लोगों के साथ पुलिस के दुर्व्यवहार की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। पुलिस द्वारा लोगों पर डंडे बरसाने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।