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राज्यव्यापी भूख हड़ताल के साथ AISF का चरणबद्ध आंदोलन शुरू, सभी DM के घेराव की दी चेतावनी

पटना (जागता हिंदुस्तान) ऑल इण्डिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISF) ने राज्यव्यापी भूख हड़ताल के साथ आज से चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत की है। राज्यव्यापी भूख हड़ताल के दरम्यान आज पटना,बेगूसराय, वैशाली, गया, छपरा, खगड़िया, सिवान, सहरसा, मुंगेर, किया गया।

पटना में पटना विश्वविद्यालय मुख्य द्वार पर 11:30बजे दिन से भूख हड़ताल पर बैठे एआईएसएफ के छात्रों ने 4 बजे दिन तक भूख हड़ताल पर बैठे रहे। जेईई-नीट-नेट सहित सभी परीक्षाएं स्थगित करो, विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में विद्यार्थियों को प्रमोट करो,6 माह का स्कूल फी,रूम रेन्ट, बिजली बिल माफ करो, कमजोर संचालकों को सरकार राहत प्रदान करे, पुसू अध्यक्ष मनीष कुमार को बिना शर्त रिहा करो, मैट्रिक-इंटर नामांकन एवं परीक्षा प्रपत्र में मनमानी वसूली पर रोक लगाओ,बड़े तबके को शिक्षा से बेदखल करने वाली नई शिक्षा नीति,2020 को वापस लो,पटना मेदान्ता सहित बड़े निजी अस्पतालों का राष्ट्रीयकरण करो एवं उसमें कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों को सरकारी नौकरी दो, राज्य सरकार के आदेशानुसार सभी छात्राओं व एससी-एसटी के छात्रों को पीजी तक शिक्षा मुफ़्त करो,रेलवे सहित रोजगारपरक साधनों के निजीकरण पर रोक लगाओ आदि नारे लगाए।

4 बजे शाम में सीपीआई के राज्य कार्यकारिणी सदस्य रामबाबू कुमार एवं पूर्व विधान पार्षद संजय यादव ने लस्सी पिलाकर छात्रों का भूख हड़ताल समाप्त कराया।

अनशन पर बैठे एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार ने कहा कि सरकार छात्रों की जान से खिलवाड़ कर परीक्षा लेना चाहती है, सरकार की मंशा है की मात्र कुछ सम्पन्न घराने के बच्चे ही परीक्षा दे पाये। जिनके पास होटल में ठहरने का इंतजाम व निजी वाहन होगा वही सुरक्षित तरीके से परीक्षा केंद्रों तक पहुंच पायेंगे। जबकि बड़ा तबका परीक्षा से वंचित हो जायेगा। एआईएसएफ के जिला सचिव जन्मेजय कुमार ने कहा कि कोरोना अवधि में जब लोगों की जेबें खाली है सरकार को इस दुख की घड़ी में लोगों के साथ खड़े होने की जरूरत है। 6माह का स्कूल फी, रूम रेंट, बिजली बिल सरकार माफ करवाये एवं कमजोर संचालकों के साथ सरकार खड़ी हो अन्यथा छात्रों के उग्र आंदोलन को झेलने के लिए तैयार रहे।

पीयू गेट पर भूख हड़ताल पर बैठने वालों में एआईएसएफ के पटना विश्वविद्यालय अध्यक्ष भाग्य भारती, पटना विश्वविद्यालय सचिव राहुल कुमार, राज्य परिषद सदस्य मीसा भारती, अफ़रोज़ आलम, पटना विश्वविद्यालय उपाध्यक्ष तौशिक आलम, समृद्धि सुमन, अमन कुमार, अफ़ज़ल ग़नी, अभिमन्यु कुमार, पवन कुमार, मनीष सिन्हा, शशिकांत कुमार, आदित्य कुमार, सरोज कुमार,अयान अहमद प्रमुख थे।

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