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विरोध के बीच अबतक इतनी बार बदल चुकी है ‘अग्निपथ स्कीम‘, जानिए, क्या-क्या हुये हैं बदलाव

न्यूज डेस्क (जागता हिंदुस्तान) बीते सप्ताह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेना प्रमुखों के साथ मिलकर ‘अग्निपथ’ भर्ती योजना का ऐलान किया था। सेना में भर्ती की इस नई स्कीम को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और आज भी भारत बंद का आह्वान कुछ संगठनों की ओर से किया गया है। इसके चलते दिल्ली-एनसीआर में भीषण जाम लग गया है तो वहीं रेलवे ने भी एहतियात के तौर पर 500 से ज्यादा ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है। हालांकि इस बीच सरकार ने भी युवाओं के गुस्से को शांत करने के लिए कुछ प्रयास किए हैं। इनमें अग्निपथ स्कीम में कुछ बड़े बदलाव भी शामिल हैं। आइए जानते हैं, लॉन्च के बाद से अब तक कितनी बदली अग्निपथ स्कीम…

रक्षा मंत्रालय की नौकरियों में मिलेगा आरक्षण
देश भर में अग्निपथ स्कीम के विरोध के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को ऐलान किया था कि डिफेंस मिनिस्ट्री की नौकरियों में अग्निवीरों को 10 फीसदी का आरक्षण दिया जाएगा। रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट कर बताया कि अग्निवीरों को 10 फीसदी का आरक्षण दिया जाएगा। यह कोटा पूर्व सैनिकों के लिए पहले से चले आ रहे रिजर्वेशन से अलग होगा।

असम राइफल्स और अर्ध सैनिक बलों में मिलेगा 10% कोटा
स्कीम की लॉन्चिंग के दौरान ही यह जानकारी दी गई थी कि अग्निवीर के तौर पर काम करने के बाद वापस आने वाले सैनिकों को अर्ध सैनिक बलों और असम राइफल्स की भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी। हालांकि यह प्राथमिकता कैसे जी जाएगी और क्या नियम होंगे, यह साफ नहीं था। अब विरोध के बीच होम मिनिस्ट्री ने ऐलान किया है कि अग्निवीरों को अर्ध सैनिक बलों और असम राइफल्स की भर्ती में 10 फीसदी कोटा दिया जाएगा।

अर्ध सैनिक बलों की भर्ती में भी मिलेगी आयु सीमा में छूट
अग्निवीरों की सेना से वापसी के बाद अर्ध सैनिक बलों में भर्ती को लेकर उम्र से जुड़ी भी एक चिंता थी। इसे भी सरकार ने दूर करते हुए अधिकतम आयु सीमा में तीन साल की छूट का ऐलान किया है। आम युवाओं के लिए यह उम्र 23 साल होगी, जबकि कोई अग्निवीर 26 साल की उम्र तक अर्ध सैनिक बलों में भर्ती हो सकेगा। यही नहीं पहले बैच को तो यह छूट 5 साल की होगी। इसका अर्थ हुआ कि पहले बैच के अग्निवीर 28 साल की उम्र तक अर्ध सैनिक बलों और असम राइफल्स में भर्ती हो सकेंगे।

अग्निवीरों के पहले बैच को मिली 2 साल की छूट
यह सबसे पहला बदलाव था, जिसके तहत सरकार ने अग्निवीरों के पहले बैच की भर्ती की अधिकतम आयु सीमा को बढ़ाकर 21 से 23 वर्ष कर दिया था। इसके पीछ यह तर्क है कि कोरोना के चलते दो साल से भर्ती रुकी थी। ऐसे में इन दो सालों में ओवरएज हुए लोगों को राहत दिया जाना जरूरी है।

मर्चेंट नेवी की भर्ती में भी बड़ी छूट
शिपिंग मिनिस्ट्री की ओर से शनिवार को ही ऐलान किया गया था कि नेवी के साथ काम करने वाले अग्निवीरों को मर्चेंट नेवी में भर्ती किया जाएगा। उनके लिए 6 सर्विस एवेन्यू मर्चेट नेवी की ओर से घोषित किए गए हैं।

12वीं का सर्टिफिकेट देगा NIOS
अग्निपथ स्कीम के तहत काम करने वाले सैनिकों को NIOS की ओर से 12वीं का सर्टिफिकेट दिया जाएगा। राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी संस्थान का कहना है कि उन अग्निवीरों को उसकी ओर से 12वीं का प्रमाण पत्र दिया जाएगा, जो 10वीं पास करके अग्निवीर के तौर पर भर्ती होंगे।

इग्नू खास ग्रैजुएशन कोर्स भी कर रहा है तैयार
इस बीच इग्नू ने ऐलान किया है कि उसकी ओर से एक ग्रैजुएशन कोर्स डिजाइन किया जा रहा है, जिसके तहत अग्निवीरों को सर्टिफिकेट दिया जाएगा। इस कोर्स में एनरोल होने वाले अग्निवीरों को 50 फीसदी क्रेडिट सेना में हासिल की गई स्किल पर मिलेंगे। इसके अलावा बाकी 50 फीसदी क्रेडिट कोर्स से जुड़ी परीक्षाओं के आधार पर मिलेंगे।

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