एडवांटेज और उदयपुर टेल्स का ‘अंदाज-ए-बयां’ 14 जून को, दास्तांनगोई और गायन के होंगे कार्यक्रम
पटना (जागता हिंदुस्तान) एडवांटेज लिटरेरी फेस्टिवल और उदयपुर टेल्स की ओर से आगामी रविवार 14 जून को ‘अंदाज-ए-बयां’ कार्यक्रम की तैयारी जोरशोर से चल रही है। इस कार्यक्रम को अदबी संगम, नयी दिल्ली एवं मां माई एंकर फाउंडेशन अपना समर्थन दे रहा है। इस कार्यक्रम में सुष्मिता सिंघा पटना पर आधारित कहानी, गौतम मुखर्जी ऑस्कर वाइल्ड अंग्रेजी कहानी, सैयद साहिल आगा दास्तांन गोई तथा गायक अनुराग श्रीवास्तव भाग लेंगे। बिहार के लोगों के लिए यह कुछ अलग तरह का कार्यक्रम होगा, जिसमें दर्शक रोचक कहानियों का आनन्द ले पायेंगे। यह कार्यक्रम शाम 7.30 बजे से रात 9.00 बजे तक चलेगा।
यह जानकारी देत हुए एडवांटेज ग्रुप के संस्थापक तथा सीईओ खुर्षीद अहमद ने बताया कि डिजिटल प्लेटफार्म पर एडवांटेज का कार्यक्रम अपनी बुलंदियों को छू रहा है। लोग इसे काफी पसंद कर रहे हैं। यह एक अलग तरीके का अनुठा कार्यक्रम है। इंटरनेशनल ई मुशायरा तथा कव्वाली के कार्यक्रम को 40 हजार लोगों ने देखा है जबकि इसकी खबर 12 से 15 लाख लोगों तक पहुंच चुकी है। यह पूरा महीना त्योहारी महीना है जिसमें हर रविवार को कार्यक्रम होगा षाम 7.30 बजे से 9.00 बजे रात तक। 21 जून को मेगा सेशन होगा जिसमें दिल्ली की सुप्रसिद्ध गजल गायिका राधिका चोपड़ा अपना कार्यक्रम पेश करेंगी। 28 जून को मुशायरा का आयोजन किया गया है, जिसमें सिर्फ युवा कलाकार भाग लेंगे। उदयपुर टेल्स की संस्थापिका सुष्मिता सिंघा इन कार्यक्रमों का संचालन करेंगी। वह दानापुर, पटना (बिहार) की रहने वाली हैं, जिनका कार्य क्षेत्र दिल्ली और उदयपुर अभी है। उन्होंने कहा कि जून माह में करीब एक लाख लोग एडवांटेज के कार्यक्रम को देख पायेंगे, जबकि इसकी खबर 40 से 50 लाख लोगों तक पहुंच पायेगी। उन्होंने कहा कि हमने कोरोना के दौर में लोगों को सकारात्मक सोच रखकर मनोरंजन का कार्यक्रम उनके घर पर मोबाइल के मार्फत पहुंचाने की कशिश की है।
उदयपुर टेल्स : उदयपुर टेल्स की स्थापना 2017 में की गयी। सुश्मिता सिंघा और सलिल भंडारी इसके संस्थापक हैं। सुष्मिता सिंघा ने बताया कि देश की संस्कृति, इतिहास या अन्य धरोहर के संरक्षण तथा प्रचार-प्रसार के लिए उदयपुर टेल्स की स्थापना की गयी। इसमें संस्कृति, साहित्य, इतिहास तथा अन्य धरोहरों की कहानी के मार्फत लोगों तक सिलसिलेवार तरीके से पहुंचाया जाता है। उन्होंने कहा कि तीन दिवसीय उदयपुर टेल्स अंतरराष्ट्रीय स्टोरी टेलिंग फेस्टिवल में दुनिया भर के स्टोरी टेलर और कलाकारों ने भाग लिया। इनमें पियुश मिश्रा, दिव्या दत्ता, भाग्य श्री, सलिल मुखिया कोयेत्सु, विक्की अहुजा, पेल्डेन सेरिंग, बोंगिस्वा के, विद्या साह, संजुकता सिंहा के साथ अन्य भी शामिल थे। उन्होंने कहा कि उदयपुर में हर साल 6 से 7 हजार बच्चे इससे जुड़ते हैं जबकि वयस्कों की संख्या 2500 से 3000 होती है। उन्होंने कहा कि खुर्शीद अहमद से मेरी पुरानी जान-पहचान है और जब उन्होंने साहित्य और कला के विषय पर काम करना शुरू किया तो मुझे बहुत ही अच्छा लगा तथा मैं भी बिहार की निवासी होकर बिहार में कुछ करने की तमन्ना लेकर इनसे जुड़ गयी हूं। इस कार्यक्रम में बड़े से बड़े कलाकार शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं पटना के इतिहास पर भी काम कर रही हूं। इस कार्यक्रम को देखने के लिए advantagelit@gmail.com पर रजिस्ट्रेशन कराएं।
एडवांटेज सपोर्ट : यह एडवांटेज ग्रुप के कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) प्रोग्राम को होस्ट करता है। एडवांटेज सपोर्ट ने अब तक कई लोक कल्याणकारी कार्यक्रमों का आयोजन किया है। गरीब और प्रतिभाशाली छात्रों के बीच किताबें, कपड़े, जूते एवं शी पेय भी वितरित किए हैं।
इस महीने के आयोजन को सफल बनाने के लिए एडवांटेज लिटरेरी फेस्टिवल कोर कमेटी के सदस्य फैजान अहमद, ओबैदूर रहमान, फहीम अहमद, डॉ. वकार अहमद, खालिद रशीद, अहमद साद, एजाज अहमद, शिव चतुर्वेदी, शुमैला तहजीब, अनवारुल होदा, अध्यक्ष डॉ. ए ए हई और सचिव खुर्शीद अहमद के देखरेख में आयोजन की तैयारी कर रहे हैं।