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‘भारत जोड़ो यात्रा’ केवल एक यात्रा या राजनीतिक मिशन नहीं बल्कि तपस्या है- आनंद माधव


सेंट्रल डेस्क । कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा को लेकर एआईसीसी के मीडिया कोऑर्डिनेटर रिचार्ज आनंद माधव ने कहा है कि भारत जोड़ो यात्रा मात्र एक यात्रा नहीं, एक राजनीतिक मिशन नहीं, वरन एक तपस्या है, जिसे हमारे नेता राहुल गाँधी बार बार दुहराया है. 09 अगस्त, 1942, 80 साल पहले महात्मा गांधी के नेतृत्व और प्रेरणा से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने “भारत छोडो” आंदोलन शुरू किया था, जिसने पांच साल बाद हमारे देश को आजादी दिलाई।
 
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 7 सितंबर, 2022 से कन्याकुमारी से कश्मीर तक “भारत जोड़ो” यात्रा शुरू की है। 3,500 किमी की दूरी तय करते हुए यह पदयात्रा 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों से होकर निकलेगी जो लगभग 150 दिनों में संपन्न होगी।इस यात्रा का 86 दिन पूरे हो गए. अब तक 37 जिलों व 7 राज्यों से गुजरते हुए यह यात्रा लगभग 2300 से अधिक किलोमीटर की दूरी तय कर चुका है. राहुल जी एवं अन्य भारत यात्रियों की यह तपस्या व्यर्थ नहीं जाएगी. हम, आप, पूरा देश, पूरा विश्व यह देख रहा है कि, किस तरह लाखों की भीड़ इस यात्रा में शामिल हो रहे हैं. किस तरह लाखों लोग राहुल गाँधी जी के लिए पलक पांवड़े बिछाए घंटों उनके मार्ग पर खड़े रहते है. हर धर्म, हर जाति, हर समुदाय, अर्थात समाज के हर वर्ग का इस यात्रा को अपार समर्थन मिल रहा है. लोगों का उत्साह देखने लायक है। लाइव स्ट्रीम हो रहा है, लोग देख रहे हैं और कई लोग आ रहे हैं, सड़क पर, कांग्रेस समर्थक आ रहे हैं, कांग्रेस कार्यकर्ता आ रहे है, कांग्रेस आलोचक भी आ रहे हैं और जो किसी राजनीतिक दल में कोई समर्थन नहीं है, जो दिलचस्पी नहीं रखते हैं, वो भी आ रहे हैं। लोगों का जो रेस्पॉन्स है, वो बहुत उत्साहजनक रह रहा है । भाजपा यह कहती थी कि जैसे-जैसे यह यात्रा दक्षिण के राज्यों से आगे बढ़ेगी इस यात्रा के प्रति लोगों की उत्साह, भीड़ कम होता जाएगा लेकिन हम अभी मध्य भारत में है और आप सब देख सकते हैं की यह यात्रा मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में कितने सफल तरीके से चल रही है। ये कोई मामूली बात नहीं है. इस यात्रा ने राहुल जी के एक नए रूप को हमारे सामने लाया जो असली “राहुल गाँधी” है. साथ ही इस यात्रा ने कोंग्रेस को लाइफ लाइन दिया.
 
यह संभव नहीं था कि मुख्य “भारत जोडो यात्रा” हर राज्य से गुजरते हुए जाये, अत: ये तय हुआ कि हर राज्य, अपने राज्यों में भी “भारत जोडो यात्रा” निकालेंगे. असम और ओड़िसा में यह यात्रा सफलतापूर्वक अभी चल रहा है। पश्चिम बंगाल की “भारत जोडो यात्रा” आगामी 28 दिसंबर 2022 से शुरू होने वाली है. यह पदयात्रा दक्षिण 24 परगना, मिदनापुर (उत्तर, दक्षिण, या दोनों), कोलकाता, उत्तर 24 परगना, नदिया, मुर्शिदाबाद, मालदा, दिनाजपुर (उत्तर, दक्षिण, या दोनों), और दार्जिलिंग को कवर करेगी। यानी “सागर से पहाड़ की यात्रा”. 800 किलोमीटर की यह यात्रा लगभग 55 दिनों में पूरी कि जाएगी. माननीय सांसद श्री प्रदीप भट्टाचार्जी इस यात्रा के समन्वयक हैं. प्रदीप दा पश्चिम बंगाल कोंग्रेस के एक मूर्ध्यन्य एवं अनुभवी नेता हैं. प्रदेश अध्यक्ष श्री अधीर रंजन जी न सिर्फ इस यात्रा की शुरूआत करेंगे वरन जगह जगह यात्रा में शामिल भी होकर लोगों का उत्साह भी बढ़ाते रहेंगे.  इस यात्रा का भी मकसद वही है जो मुख्य भारत जोड़ो यात्रा का है- बेरोजगारी, महँगाई, नफरत, विभाजन की राजनीति और हमारी राजनीतिक व्यवस्था के अति-केंद्रीकरण के खिलाफ जन-जागरण करना.
 
राहुल गांधी ने बिलकुल सही कहा है कि यह किसी एक पार्टी की यात्रा नहीं है, पूरे हिंदुस्तान की यात्रा है, किसानों की यात्रा है, मजदूरों की यात्रा है, छोटे दुकानदारों की यात्रा है, युवाओं, बुजुर्गों, माताओं, बहनों की यात्रा है. देश को जोड़ने की यात्रा है, लोगो को वर्तमान सरकार के कुशासन के पार्टी जागरूक करने की यात्रा है. भाजपा के ग़लत आर्थिक नीतियों के कारण भारत लगातार बढ़ती बेरोज़गारी की ओर अग्रसर है।अक्तूबर में भारत में कोर औद्योगिक सेक्टर की वृद्धि दर घट कर मात्र 0.1 फीसदी रह गयी है। (आठ बुनियादी उद्योगों में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, इस्पात, सीमेंट और बिजली आते हैं।)
भारत जोड़ो यात्रा का यह सन्देश है कि- डरो मत। बेरोज़गारी के खिलाफ भारत जोड़ो यात्रा मुस्तैदी से खड़ी है और श्रीनगर तक जा रही है और सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा, महंगाई। पिछले चार-पांच सालों में जितने भी चुनाव हुए हैं भाजपा इन चुनावों को एक रंग देना चाहती है और वह रंग आप सब जानते और समझते हैं।लेकिन अब और अधिक जनता को बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता है.

आज पश्चिम बंगाल में क़ानून व्यवस्था की स्थिति दयनीय है, अपराध एवं अपराधी सर चढ़ कर बोल रहे हैं. भ्रष्टाचार तांडव कर रहा है, विपक्षियों को टार्गेट कर प्रताड़ित किया जा रहा है। यह ना इस राज्य के लिये सही है और ना ही लोकतंत्र के लिये ही। टीएससी और भाजपा का मेली कुश्ती चुनाव में हम सब लोगों ने देखा। इसलिये भी बंगाल में भारत जोड़ो यात्रा आवश्यक है।आपके माध्यम से हम पूरी बंगाल की जनता से अपील करते हैं कि समय आ गया है, आप सड़क पर आयें. कांग्रेस के हाथ में हाथ मिला कर इस अपराध, निरंकुश शासन, भ्रष्टाचार का अंत करें। क़ानून का राज्य स्थापित करें।

कांग्रेस इस यात्रा से मज़बूत हो रही है। कांग्रेस मज़बूत होगा तो विपक्ष भी मज़बूत होगा क्योंकि कांग्रेस को कमजोर करके एक मजबूत विपक्ष की नींव नहीं रखी जा सकती है। धीरे धीरे ही सही पर आज देश का मीडिया भारत जोड़ो यात्रा को न चाहकर भी कवर कर रहा है. मैं मीडिया के भाइयों एवं बहनों से यह अपील करना चाहूँगा कि वे पश्चिम बंगाल के भारत जोड़ो यात्रा को अपने अपने मीडिया में समुचित स्थान दें. राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर ने अपनी रचना में बिलकुल सही कहा है:
“समर शेष है, नहीं पाप का भागी केवल व्याध 
जो तटस्थ हैं, समय लिखेगा उनके भी अपराध”

इस संवाददाता सम्मेलन में बंगाल कांग्रेस के मीडिया प्रमुख सौम्या रॉय, शुभाशीष भट्टाचार्य, अशोक भट्टाचार्य एवं चंदन घोष के अतिरिक्त कई वरीय नेता उपस्थित रहे।

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