अपनी पार्टी बनाएंगे सत्यानंद दांगी, कहा- RLSP में नहीं था लोकतंत्र
पटना (जागता हिंदुस्तान) पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की कथनी और करनी में अंतर का आरोप लगाकर उनकी पार्टी को छोड़ने वाले रालोसपा के पूर्व प्रदेश महासचिव सत्यानंद दांगी ने अब अपनी नई पार्टी बनाने की घोषणा कर दी है। शुक्रवार को विद्यापति मार्ग स्थित पंचायती राज परिषद में आयोजित भारतीय लोक समता मंच के प्रदेश संरक्षकों, प्रदेश पदाधिकारियों, जिला संयोजक को एवं विशेष आमंत्रित सदस्यों की एक दिवसीय बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए मंच के संयोजक व रालोसपा के पूर्व प्रदेश महासचिव सत्यानन्द दांगी ने अपनी नई पार्टी बनाने की घोषणा के साथ साथ उपेंद्र कुशवाहा पर जमकर निशाना साधा।
सत्यानंद दांगी ने कहा कि भारतीय लोक समता मंच बिहार प्रदेश के तत्वाधान में आगामी 16 मई को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में ‘जन अधिकार महासम्मेलन’ का आयोजन किया जाएगा, जिसके माध्यम से नई राजनीतिक पार्टी के गठन की घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसकी तैयारी के लिए ‘ग्राम जनसंपर्क यात्रा’ का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि नई पार्टी के गठन के तुरंत बाद ही केंद्र सरकार द्वारा अति पिछड़ा आयोग के गठन की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर बड़ा धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की नौकरियों में अति पिछड़ा को 18% आरक्षण मिलता है लेकिन केंद्र सरकार की नौकरियों में इसका लाभ नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि इसी मांग को लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा। दांगी ने बताया कि उनकी नई पार्टी के गठन के साथ 11 संकल्प भी जुड़े हैं, जिनमें से एक संकल्प अति पिछड़ा आयोग बनाने की मांग को लेकर है। वहीं एनडीए या महागठबंधन में किसके साथ नई पार्टी जाएगी? इसके जवाब में दांगी ने कहा कि इस बात का फैसला पार्टी के गठन के बाद आपस में मिलजुल कर किया जाएगा। हालांकि दांगी ने इतना जरूर कहा है कि वह आगामी चुनाव में अकेले नहीं बल्कि किसी गठबंधन के साथ ही रहेंगे।
उपेंद्र कुशवाहा से नाराज होकर पार्टी छोड़ी है तो क्या एनडीए के साथ जाएंगे? इस सवाल के जवाब में दांगी ने तो सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा। लेकिन इतना जरूर कहा कि जिन मूल्यों और सिद्धांतों पर रालोसपा का गठन हुआ था, उपेंद्र कुशवाहा उससे भटक गए हैं। उपेंद्र कुशवाहा के कोलोजियम सिस्टम को लेकर दिए गए बयानों पर निशाना साधते हुए दांगी ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा न्यायपालिका में लोकतंत्र स्थापित करना चाहते हैं लेकिन खुद उनकी पार्टी में लोकतंत्र नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष खुद अपनी पार्टी से न्याय नहीं कर पा रहे हैं उसके बारे में क्या बात की जाए। दांगी ने कहा कि हमारी नई पार्टी में पूरी तरह से लोकतंत्र होगा।
बैठक के दौरान होली मिलन समारोह का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर संरक्षक मंडल के सदस्य प्रोफेसर राधेश्याम प्रसाद, प्रोफेसर कौशलेंद्र कुमार, प्रोफेसर रामाकांत सुधांशु, चंदेश्वर प्रसाद सिंह, द्वारिका सिंह दांगी, प्रमोद कुमार उर्फ गांधी दांगी समेत बड़ी संख्या में महासम्मेलन तैयारी समिति के सदस्यगण मौजूद रहे।