मेवा पॉलिटिक्स : शव-भक्षी राजनीति को खुश होने का मौका नहीं देगी बिहार सरकार- सुशील मोदी
पटना (जागता हिंदुस्तान) बिहारी श्रमिकों को लेकर लालू परिवार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के बीच ट्विटर वॉर थमने का नाम नहीं ले रहा। इसी क्रम में सुशील मोदी ने एक बार फिर राजद समेत कांग्रेस पर निशाना साधा है।
सुशील मोदी ने कहा है कि, “कोरोना संक्रमण से निपटने में बिहार के बेहतर रिपोर्ट कार्ड से उन लोगों के सीने पर सांप लोट रहा है, जिन्होंने 15 साल के कुशासन में बिहारी होने को सामाजिक तिरस्कार का पर्याय बना दिया था। उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर की बेहतर व्यवस्था के लिए राज्य की तारीफ चुभ रही है।
राजद और कांग्रेस परेशान हैं कि एक लाख प्रवासियों की घर वापसी के बावजूद राज्य में 50 फीसद का शानदार रिकवरी रेट क्यों है, जबकि राष्ट्रीय औसत 29.36 फीसद है। ज्यादा लोगों के मरने से केवल शवभक्षी प्रजाति के जीव खुश होते हैं। बिहार सरकार शवभक्षी राजनीति को खुश होने का मौका नहीं देगी।”
सुशील मोदी यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि, “कभी राज्य से बाहर बिहार की खस्ताहाल सड़कों, घोटालों और तत्कालीन मुख्यमंत्रियों के नाम लेकर प्रवासियों का मजाक उड़ाया जाता था। लोग अपनी प्रादेशिक पहचान छिपाते थे।
एनडीए सरकार ने देश में सबसे तेज विकास दर, हर गांव तक बिजली, फोरलेन सड़क और उच्च शिक्षा संस्थान तक विकसित कर बिहार का गौरव लौटाया।”
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि “अब कोरोना संक्रमण, लाकडाउन, कोरंटाइन सेंटर और लाखों मजदूरों को रोजगार देने तक में बढ़-चढ़ कर जनता की सेवा की गई। जिनके नेता 50 दिन बाद अज्ञातवास से लौटे रहे हैं, उन्हें जमीनी हकीकत की जानकारी क्या होगी? वे गरीब मजदूरों को मेवा भेंट करने लायक नहीं समझते इसलिए ऐसे सुझाव पर मिर्ची लगती है।”