खुद साबित करती है भाजपा, उसको नहीं है सरकार चलाने का शऊर – शिवानंद तिवारी
पटना (जागता हिंदुस्तान) दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों और छात्रों से बिहार वापस आने के लिए रेल भाड़ा वसूले जाने के मामले को लेकर राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने भाजपा और नीतीश सरकार पर निशाना साधा है। शिवानंद तिवारी ने कहा है कि भाजपा कितना झूठ बोलती है! आज खबर आई कि बाहर से अपने राज्य में वापस आने वाले विद्यार्थियों और प्रवासी श्रमिकों को विशेष रेलगाड़ी से अपने राज्य में आने के लिए भाड़ा लिया जा रहा है। इसके पहले तेलंगाना से रांची के लिए जो पहली विशेष रेलगाड़ी आई थी, उसमें किसी से भाड़ा नहीं लिया गया था बल्कि रेलवे की ओर से सबको भोजन कराने के साथ साथ पानी का बोतल भी दिया गया था। उसके बाद रेलवे ने भाड़ा लेना शुरु कर दिया। उड़ीसा के एक श्रमिक को मैंने कहते सुना कि मेरे पास पैसा नहीं था। घर से पैसा मंगवाया तब भाड़ा देने के बाद आ सका। धनबाद में एक श्रमिक को विशेष रेलगाड़ी से उतरने के बाद कहते हुए सुना कि आठ सौ रु भाड़ा देने के बाद यहां पहुंचा।
राजद नेता ने कहा कि इन खबरों से काफी हो हल्ला मचा। उसके बाद भाजपा की ओर से पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा द्वारा कहलवाया गया कि प्रवासियों से भाड़ा नहीं लिया गया है बल्कि भाड़ा का अस्सी फीसदी भारत सरकार और शेष संबंधित राज सरकार दे रही है। सबसे मजेदार यह है कि अभी अभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बयान जारी कर कहा है कि जिन श्रमिकों ने रेल का भाड़ा दिया है, सरकार उनको वह पैसा वापस कर देगी।
शिवानंद तिवारी ने कहा कि नीतीश कुमार का यह बयान ही बता रहा है कि प्रवासी श्रमिकों से रेल का भाड़ा वसूल किया गया है। उसके बाद चेहरा बचाने के लिए भाजपा ने संबित पात्रा से बयान दिलवाया। वह बयान भी झूठा साबित हुआ।
राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कटाक्ष करते हुए कैसे-कैसे लोग सरकार चला रहे हैं! पहली खबर आती है कि जो विद्यार्थी या प्रवासी श्रमिक अपने राज्य में वापस लौटना चाहते हैं उनको सड़क मार्ग से दो गज की दूरी बनाकर लौटना होगा। उसके बाद विरोधी दलों की ओर से शोर मचाया गया कि ययह व्यवस्था बिल्कुल अव्यावहारिक है। फिर दो दिनों बाद भारत सरकार की ओर से कहा गया कि प्रवासी श्रमिकों और विद्यार्थियों को उनके राज्य वापस लौटने के लिए विशेष रेल गाड़ी चलाई जाएगी। धारणा यही थी कि विशेष रेलगाड़ी में किसी को भाड़ा नहीं देना पड़ेगा।
शिवानंद तिवारी ने कहा कि अब तक यह स्पष्ट हो चुका है कि मोदी सरकार बगैर सोचे समझे फैसला लेती है। फिर उस फैसले को बार बार बदलती है और इस प्रकार स्वयं साबित करती है कि सरकार चलाने का उसको शउर नहीं है।