वारिस पठान जैसे लोगों का इस्तेमाल कर रही है भाजपा-आरएसएस- एजाज अहमद
पटना (जागता हिंदुस्तान) जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज अहमद एवं युवा जाप के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश तिवारी ने संयुक्त ब्यान में कहा कि मुल्क में नफरत के माहौल बढ़ाने वाले तत्वों को रोकने के लिए आंदोलन और मोहब्बत के सहारे संविधान विरोधी कानून को रोकने के लिए अनिश्चितकालीन धरना चल रहा है, जिसे पूरे मुल्क में सभी धर्म और जाति के लोगों ने एक साथ मिलकर इसे आगे बढ़ाने का काम किया है और खासतौर से देश की महिलाओं ने झांसी की रानी और रजिया सुल्तान की तरह मैदान में डटे रहकर ऐसे नफरत के माहौल बनाने वाले लोगों को करारा जवाब दे रही है, जिस कारण दोनों खेमे के नफरत के माहौल खड़ा करने वाले लोगों में बेचैनी देखी जा रही है।
एजाज ने कहा कि जहां एक ओर भाजपा की ओर से योगी आदित्यनाथ, गिरिराज सिंह, अनुराग ठाकुर , प्रवेश वर्मा, कपिल मिश्रा जैसे लोग बेचैनी में अनाप-शनाप बयानबाजी करके धार्मिक ध्रुवीकरण की राजनीति करना चाह रहे हैं, वहीं दूसरी ओर वारिस पठान और अकबरुद्दीन जैसे लोग भी ऐसे तत्वों के हाथों का खिलौना बन कर उनकी राजनीति को मजबूती प्रदान कर रहे हैं और कहीं ना कहीं नफरत के माहौल को बढ़ावा दे रहे हैं।
एजाज अहमद ने आगे कहा कि देश के अमन पसंद आवाम कभी भी नफरत को पसंद नहीं करता है, ऐसे तत्वों को झारखंड और दिल्ली के चुनाव से सबक मिल चुका है ,जहां भाजपा झारखंड में सत्ता गवाई, वही एआईएएम जैसी पार्टी को एक प्रतिशत से कम लोगों ने वोट दिया जिससे स्पष्ट हो गया कि ना तो देश का हिंदू और ना ही मुसलमान ऐसे माहौल को पसंद करता है, जहां नफरत हो, जहां उन्माद हो और जहां मार-काट की बातें हो। दरअसल ऐसे लोग शाहीन बाग जैसे आंदोलन से, जो पूरे मुल्क में चल रहा है, उसके कारण घबराहट में हैं और उन्हें लग रहा है कि उनकी राजनीतिक दुकानदारी समाप्त हो जाएगी। तभी भाजपा और आरएसएस ने एक सुनियोजित साजिश के तहत ऐसे लोगों का इस्तेमाल करना शुरू किया है लेकिन फिर भी देश की जनता ऐसे लोगों को ना तो कभी स्वीकार किया है और ना ही कभी स्वीकार करेगी, क्योंकि देश की आजादी के महत्व को जो लोग समझते हैं वह लोग कभी भी नफरत के माहौल को स्वीकार नहीं कर सकते हैं । देश के लोग बेहतर शासन और सबका साथ सबका विकास और सब के विश्वास पर नरेंद्र मोदी को खरा उतरना देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वारिस पठान जैसे लोगों की बातों को देश का एक भी मुसलमान स्वीकार नहीं कर सकता है, क्योंकि देश की आजादी के लिए कुर्बानी में दोनों वर्गों का योगदान रहा है और दोनों वर्गों के लोगों ने हमेशा एकजुट होकर मुकाबला किया है।
वहीं दूसरी ओर युवा परिषद के प्रवक्ता रजनीश तिवारी ने कहा कि देश के नौजवानों को भटकाने के लिए ही दोनों वर्गों के कुछ सिरफिरे नेता भड़काऊ बयान दे रहे हैं जिससे उन्माद की राजनीति चलती रहे और लोग रोजगार तथा बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य पर बात ही नहीं कर सके यह देश के लिए अच्छी बात नहीं है मुल्क में किस तरह के राजनीतिक चल रही है और विकास के मुद्दों को किस प्रकार से भगाया जा रहा है यह अत्यंत ही चिंतनीय विषय है आज जिस तरह की राजनीति हो रही है उससे समाज में जहर खेल रहा है रजनीश से इस तरह की राजनीति की घोर निंदा की है।