बच्चों ने समझी अंतरिक्ष मिशन की बारीकियां, लॉकडाउन में KMS नॉलेज सर्विस कर रहा डिजिटल पहल
न्यूज़ डेस्क (जागता हिंदुस्तान) कोरोना महामारी के दौरान हुए तालाबंदी के कारण बच्चों की पढ़ाई पर काफ़ी असर पड़ा। इस माहौल में बच्चों के बीच अलग – अलग गतिविधियों के ज़रिए उन्हें सीखाने का काम KMS नॉलेज सर्विस ने शुरू किया. इसकी संस्थापक अर्चना शर्मा ने डिजिटल प्लेटफार्म का इस्तेमाल करते हुए बच्चों के बीच राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम शुरू किया.
पहला कार्यक्रम 13 मई को कोरोना के बाद विश्व में होने वाले बदलाव पर एक डिबेट कार्यक्रम हुआ. 28 मई को इन्होंने इसरो के सेवनिवृत्ति वैज्ञानिक प्रो. राजन नारायणस्वामी को अमेरिका से ज़ूम के ज़रिए जोड़ा. इस कार्यक्रम में बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के छह स्कूल के बीस स्टूडेंट ने हिस्सा लिया, साथ ही इसे सीधे फेसबुक पर ब्रॉडकास्ट कर और भी बच्चों को लाभान्वित करने प्रयास किया गया. यह कार्यक्रम माएमा इंफ़ोटेक की सहायता से चलाया गया.
इसमें भाग लेने वाले बच्चों ने अंतरिक्ष मिशन की बारीकियों को समझा. सेशन के आख़िरी भाग में प्रो राजन बच्चों के सवाल का जवाब दिए. साथ ही उन्होंने स्कूल से यह आग्रह किया की विज्ञान से जुड़े प्रयोगों को बढ़ावा दें। इससे बच्चों में विज्ञान की समझ विकसित होने में मदद मिलेगी.
इसी कड़ी में पांच जून को विश्व पर्यावरण दिवस के मौक़े पर KMS एक और डिबेट का आयोजन कर रही है. इसमें भाग लेने के लिए आप KMS नॉलेज सर्विस के फेसबुक पेज पर विस्तार से जानकारी हासिल कर सकते हैं।
बता दें कि KMS नॉलेज सर्विस की संस्थापक अर्चना शर्मा, अपनी कम्पनी शुरू करने से पहले कौन बनेगा करोड़पति में कोंटेंट एडिटर के रूप में 11 वर्ष काम कर चुकी हैं. बच्चों के बीच काम करने के उद्देश्य से इन्होंने नौकरी छोड़कर अपनी कम्पनी की शुरुआत की. इन्होंने बच्चों के लिए नॉलेज विंडो और ज्ञान पल्लव नाम से सामान्य ज्ञान की एक सिरीज़ लिखी हैं, जो कई स्कूलों में बच्चों को पढ़ाई जाती है.