सीएम नीतीश ने VC के जरिए क्वॉरेंटाइन सेंटर से किया संवाद, बोले प्रवासी मजदूर- तहे दिल से शुक्रिया
पटना (जागता हिंदुस्तान) मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बिहार के विभिन्न जिलों में क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासी मजदूरों से संवाद कर उनका हाल जाना। संवाद के दौरान प्रवासी मजदूरों ने राज्य सरकार द्वारा उन्हें वापस प्रदेश बुलाए जाने को लेकर मुख्यमंत्री का शुक्रिया अदा किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासी मजदूरों के बीच विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुए संवाद का संक्षिप्त अंश:-
- मुजफ्फरपुर जिला (महिला प्ले कॉलेज, बेला)
मुख्यमंत्री- कहां चली गयी थीं ?
प्रवासी महिला- रूखसाना खातुन, मुम्बई। बेटी को देखने गयी थी।
मुख्यमंत्री- यहां रहने में कोई दिक्कत तो नहीं है, न?
प्रवासी महिला- नहीं, यहां किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। आपने टेªन के माध्यम से बुलाया, इसके लिये तहे दिल से शुक्रिया। - वैशाली (महिला कॉलेज, हाजीपुर)
मुख्यमंत्री- कहां चले गये थे और वहां क्या करते थे ?
प्रवासी श्रमिक- दिल्ली, वहां वेल्डिंग करने का काम करते थे।
मुख्यमंत्री- यहां कब आए?
प्रवासी श्रमिक- 17 मई को आए थे।
मुख्यमंत्री- बहुत अच्छी बात है, बिहार में ही रहिये और यही रहकर काम कीजिए।
प्रवासी श्रमिक- सर, काम मिलेगा तो यहीं रहकर अब काम करेंगे।
मुख्यमंत्री- यहां बहुत जरूरत है और काम भी मिलेगा। - समस्तीपुर (एलकेवीडी कॉलेज, ताजपुर)
मुख्यमंत्री- कहां चले गए थे ?
प्रवासी श्रमिक- मुंबई चले गए थे।
मुख्यमंत्री- वहां क्या करते थे ?
प्रवासी श्रमिक- वहां पर सिलाई का काम करते थे।
मुख्यमंत्री- यहां पर किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है, न?
प्रवासी श्रमिक- कोई दिक्कत नहीं है, अब हम यहीं पर रहकर काम करेंगे
मुख्यमंत्री- 14 दिन के बाद घर चले जाइएगा, घबराने की जरूरत नहीं है। - सारण (चैनपुर मध्य विद्यालय)
मुख्यमंत्री- कहां चले गये थे?
प्रवासी श्रमिक श्री इन्द्र कुमार माॅझी- मुम्बई।
मुख्यमंत्री- मुम्बई में क्या करते थे ?
प्रवासी श्रमिक- वहां बेल्डिंग का काम करते थे।
मुख्यमंत्री- इस सेंटर पर कैसा महसूस कर रहे हैं ?
प्रवासी श्रमिक- बहुत अच्छा लग रहा है, यहां आकर जान में जान आयी है।
5 गोपालगंज (भोला प्रसाद सिंह कॉलेज, भोरे)
मुख्यमंत्री- कहां चले गये थें ?
प्रवासी श्रमिक- मुंबई
मुख्यमंत्री- वहां क्या काम करते थे ?
प्रवासी श्रमिक- वहां सेंटरिंग का काम करते थे
मुख्यमंत्री- यहां कैसा लग रहा है ?
प्रवासी श्रमिक- यहां आकर बहुत खुशी हो रही है, यहां लाने के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद सर।
मुख्यमंत्री- अब आगे के लिए क्या सोचे हैं
प्रवासी श्रमिक- अब, हम यहीं रहकर काम करेंगे
6 अररिया (एमएस टेढ़ी मसहरी, फारबिसगंज)
मुख्यमंत्री- कहां चले गये थे ?
प्रवासी श्रमिक – चंडीगढ़ (हरियाणा)
मुख्यमंत्री- वहां क्या करते थे?
प्रवासी श्रमिक- वहां इलेक्ट्रीशियन का काम करते थे।
मुख्यमंत्री- सेंटर पर कैसी व्यवस्था है?
प्रवासी श्रमिक- तीनों समय ठीक ढंग से भोजन मिलता है, किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है।
मुख्यमंत्री- क्वारंटाइन अवधि समाप्त होने के बाद घर चले जाइएगा, घबराने की जरूरत नहीं है।
प्रवासी श्रमिक- जी, अब यहीं रहकर ही काम भी करुंगा - किशनगंज (पोठिया केंद्र, किशनगंज)
मुख्यमंत्री- कहां से आए हैं?
प्रवासी श्रमिक- कर्नाटक के हुबली से।
मुख्यमंत्री- वहां क्या करते थे?
प्रवासी श्रमिक- कपड़ा फेरी का काम करते थे।
मुख्यमंत्री- सेंटर पर भोजन की कैसी व्यवस्था है?
प्रवासी श्रमिक- बहुत बढ़िया, मेडिकल जांच के साथ-साथ सेंटर पर समय पर खाना और अन्य सारी सुविधाएं उपलब्ध गई हैं। - सहरसा (कन्या मध्य विद्यालय नौहट्टा)
मुख्यमंत्री- कहां से आए हैं ?
मो0 इकबाल- दिल्ली से।
मुख्यमंत्री- वहां क्या करते थे ?
मो0 इकबालरू वहां फास्ट फूड का दुकान चलाते थे।
मुख्यमंत्री- सेंटर पर कोई दिक्कत भी है?
मो0 इकबाल- नहीं, केंद्र पर सारी सुविधाएं मिल रही हैं और आपको ईद मुबारक हो सर।
मुख्यमंत्री- आपको भी ईद मुबारक हो। 14 दिन ठीक से रहिए, यह आपलोगों के हित में है। उसके बाद घर चले जाइएगा।
मो0 इकबाल- जी। - पटना (अभियंत्रण महाविद्यालय, बख्तियारपुर)
मुख्यमंत्री- कहाॅ से आये हैं ?
भोला ठाकुर- भरौंच से आये हैं।
मुख्यमंत्री- वहां क्या करते थे ?
भोला ठाकुर- वहां फर्नीचर बनाने का काम करते थे।
मुख्यमंत्री- सेंटर पर कोई दिक्कत भी है?
भोला ठाकुर- नहीं, केंद्र पर सारी सुविधाएं मिल रही हैं।
मुख्यमंत्री- आगे क्या सोंचे हैं ?
भोला ठाकुर- हम बिहार में ही रहने का मन बना चुके हैं। - खगड़िया (जे0एन0के0पी0 केंद्र, दिल्ली)
मुख्यमंत्री- कहां चले गये थे ?
प्रवासी श्रमिक- दिल्ली चले गए थे।
मुख्यमंत्री- वहां क्या करते थे ?
प्रवासी श्रमिक- वहां टेलरिंग का काम करते थे।
मुख्यमंत्री- केंद्र पर कैसी व्यवस्था है ?
प्रवासी श्रमिक- यहां आए तो सबसे पहले मेडिकल जांच हुई और सेंटर पर क्वारंटाईन रहने के दौरान खाने-पीने के साथ-साथ अन्य सारी सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। - सीवान (बी0पी0 पब्लिक स्कूल, अमरोली)
मुख्यमंत्री- कहां से आये हैं ?
प्रवासी श्रमिक- गाजियाबाद से।
मुख्यमंत्री- वहां क्या करते थे ?
प्रवासी महिला- वहां मेट्रो प्रोजेक्ट के कंस्ट्रक्शन में काम करते थे।
मुख्यमंत्री- यहां से घर कितना दूर है?
प्रवासी महिला- बहुत नजदीक है।
मुख्यमंत्री- सेंटर पर कैसी व्यवस्था है।
प्रवासी महिला- यहां सभी प्रकार की सुविधाएं मिल रही है। कोई दिक्कत नहीं है। सारी सुविधाएं मिल रही हैं।