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बिहार में हरित क्रांति की मुहिम के लिए वरदान साबित होगा सीएम नीतीश का विजन- अंजुम आरा

पटना (जागता हिंदुस्तान) जदयू की प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा ने कहा है कि बिहार जैसे कृषि प्रधान राज्य में खेती और किसान हमारी व्यवस्था के आधार स्तंभ हैं। इन की मजबूती के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीजों और खादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने से लेकर किसानों के उत्पाद का बाजार से तालमेल, फसल चक्र ठीक करने एवं सिंचाई जैसे हर पहलू पर काम करते आ रहे हैं। बिहार में सिंचाई क्रांति लाने की दिशा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अनेक ठोस कदम उठाए हैं। खेतों को सिंचाई के लिए पानी पहुंचाने की मुख्यमंत्री की परिकल्पना पर काम हो रहा है। मुख्यमंत्री ने सिंचाई क्रांति का आगाज कर दिया है, जिससे बिहार में नई हरित क्रांति आएगी।

अंजुम आरा ने कहा है कि दशकों से अधूरी पड़ी पश्चिमी कोसी नहर परियोजना को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में राज्य में कैबिनेट की बैठक में 2372 करोड़ 52 लाख के पुनरीक्षित राशि कि इस परियोजना को मंजूरी दी गई है। इस परियोजना से 2 लाख 65 हजार हेक्टेयर में सिंचाई हो सकेगी, साथ ही साथ मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि कमला नदी पर जयनगर वियर को आधुनिक बराज में परिवर्तित किया जाए, जिससे इस कमांड क्षेत्र में हजारों एकड़ में अतिरिक्त सिंचाई क्षमता का सृजन होगा।

जदयू प्रवक्ता ने कहा कि इसके अलावा वर्षों से लंबित योजनाओं को भी दोबारा से शुरू करवाया है। दुर्गावती जलाशय परियोजना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है, जिसकी सिंचाई क्षमता 39,000 हेक्टेयर से ज्यादा है।

अंजुम आरा ने कहा कि बिहार की अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है। कृषि और उससे जुड़े क्षेत्रों में विकास होगा तो ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मिल सकेगा। इससे पूरे बिहार की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी। इस बात को ध्यान में रखकर मुख्यमंत्री ने हमेशा काम किया है। हर खेत को सिंचाई के लिए पानी देने का विजन को मुख्यमंत्री जी ने मिशन के तौर पर लिया है जिसे बिहार की जनता से किये गये अन्य वादों की तरह इसे भी बहुत जल्द वह पूरा कर लेंगे।
मुख्यमंत्री का विजन “हर खेत को सिंचाई के लिए पानी” देना नई हरित क्रांति की मुहिम के लिए वरदान साबित होगा।

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