मधुबनी सदर अस्पताल मामले पर बोली कांग्रेस, अंदाजा लग गया कितनी गंभीर है नीतीश सरकार
पटना (जागता हिंदुस्तान) मधुबनी सदर अस्पताल में कोरोना जांच के लिए जमा किए गए 400 लोगों के सैंपल के हफ्ते भर तक अस्पताल के कमरे में ही पड़े रहने के मामले को लेकर बिहार कांग्रेस ने नीतीश सरकार पर बड़ा निशाना साधते हुए इसे आपराधिक लापरवाही करार दिया है। इस मामले को बिहार कांग्रेस के विधान पार्षद सह प्रवक्ता प्रेमचंद मिश्रा ने कहा है कि बिहार सरकार कोरोना संक्रमण से लड़ने और इसकी जांच के लिए कितनी गंभीर है, उसका अंदाजा इस बात से ही लग गया कि जब मधुबनी में कोरोना जांच के लिए 400 लोगों का सैंपल लिया गया तो वह अस्पताल में ही पड़ा रह गया। आप इससे अंदाज लगा सकते हैं कि बिहार सरकार कितनी गंभीर है। उन्होंने कहा कि इस तरह की खबर केवल मधुबनी से ही नहीं बल्कि पूरे राज्य से है। विभिन्न जिलों और ग्रामीण इलाकों में कहीं भी जांच नहीं हो रही है और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि दावे बहुत किए जा रहे हैं कि केंद्र सरकार की टीम तक आई हुई है। लेकिन जिस तरह से मधुबनी का एक उदाहरण सामने आया है, कल्पना कीजिए जिन 400 लोगों का सैंपल लिया गया है, उनमें अगर कोई पॉजिटिव होगा तो अब तक कितने लोगों को संक्रमित कर चुका होगा। कांग्रेस की नजर में यह एक बड़ी आपराधिक लापरवाही है। इस मामले में जांच नहीं बल्कि तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से मांग करती है कि तत्काल प्रभाव से मधुबनी के सिविल सर्जन तथा दूसरे अन्य दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित करें। साथ ही इस बात को सुनिश्चित करें कि आने वाले समय में कहीं से भी सैंपल लेते हैं तो वह समय पर पटना पहुंचे, उसकी जांच हो और लोगों को पता चले कि उसमें से क्या निकला है।
बता दें कि मधुबनी में पिछले 10 और 11 जुलाई को कोरोना वायरस संक्रमण जांच के लिए 400 से ज्यादा सैंपल लिया गया था। उसे जांच के लिए पटना के पीएमसीएच भेजा जाना था लेकिन सैंपल को पटना भेजा ही नहीं गया। वहीं सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार झा ने बताया कि करीब एक सप्ताह से कोरोना जांच के लिए सैंपल पीएमसीएच नहीं भेजा जा रहा है। जिस कारण सैंपल के खराब होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
गौरतलब है कि मधुबनी जिले में अब तक 680 लोगों के कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट आ चुकी है। हालांकि, इनमें से 572 लोग स्वस्थ भी हो चुके हैं। वहीं कोरोना संक्रमण के कारण दो लोगों की मौत भी हो चुकी है। अभी भी जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित 106 केस एक्टिव है। अभी एक हजार से भी अधिक सैंपल की जांच रिपोर्ट पेंडिग बताई जा रही है, जिससे कोरोना मरीजों की संख्या और बढ़ने की आशंका है।