PoliticsTRENDING

Lockdown : एक दिवसीय उपवास पर बैठे माले नेता, ‘भात’ के लिए गरीबों ने बजाई थाली

पटना (जागता हिंदुस्तान) कोरोना महामारी को लेकर जारी लॉक डाउन के दौरान सभी गरीबों और जरूरतमंदों के लिए सरकार द्वारा भोजन की व्यवस्था करने के सवाल को लेकर भाकपा माले ने मांग दिवस का आयोजन किया। इसके तहत भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल के नेतृत्व में पार्टी नेता राज्य कार्यालय में एक दिवसीय उपवास पर बैठे हैं। वहीं दूसरी ओर ‘लॉकडाउन में भात के लिए’ कार्यक्रम के तहत विभिन्न स्थानों झुग्गी झोपड़ियों और दलित बस्तियों में गरीबों ने भात के लिए थाली बजाई।

इससे पहले शनिवार को भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने प्रेस बयान जारी करके कहा है कि 12 अप्रैल को देशव्यापी आह्वान के तहत पूरे राज्य में दलित-गरीब, भुखमरी के कगार पर खड़े निर्माण मजदूर, अन्य दिहाड़ी मजदूर, मनरेगा मजदूर, रिक्शा-टेंपों-ई रिक्शा चालक, निम्न मध्यवर्गीय तबके और समाज के कामकाजी हिस्से से भाकपा-माले अपील करती है कि दिन के 2 बजे 10 मिनट के लिए थाली व अन्य बर्तन बजाकर अथवा एक दिन का उपवास रखककर दिल्ली-पटना की सरकार से राशन की मांग करेंगे।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के आह्वान पर देश के गरीबों ने थाली भी बजाया और दीया भी जलाया, लेकिन उनकी थाली अभी तक खाली है। लोगो के सामने भुखमरी की समस्या मुंह बाये खड़ी है। इसलिए सरकार की पहली प्राथमिकता गरीबों के लिए राशन की व्यवस्था करनी की होनी चाहिए, लेकिन इन मामलों में सरकार बेहद उदासीन रवैया दिखला रही है। भूख के कारण लोगों की हालत खराब होते चली जा रही है। इसलिए हम सरकार से मांग करते हैं कि सभी के लिए राशन की व्यवस्था तत्काल करें। माले नेता ने बिहार के प्रबुद्धजनों से भी थाली बजाने व उपवास कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की थी।

राज्य सचिव ने आगे कहा कि कोरोना महामारी के जरिए सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने की कोशिश बेहद ही निंदनीय है। भाजपा व संघ के लोग तो इस काम को शुरू से ही करते आ रहे हैं, लेकिन उससे भी खतरनाक है प्रशासन का सांप्रदायिक हो जाना. यह लोकतंत्र के लिए गंभीर चेतावनी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *