NPR पर क्रेडिट गेम शुरू, अब JDU ने उतारी मुस्लिम MLA-MLC की जमात
पटना (जागता हिंदुस्तान) बिहार विधानसभा में एनआरसी और एनपीआर को लेकर प्रस्ताव पारित होने के बाद अब जनता के बीच आरजेडी और जेडीयू के बीच इसका क्रेडिट लेने की होड़ मची है। एक तरफ जहां नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत आरजेडी की पूरी जमात इसे अपनी मांग का नतीजा बता रहा रही है वहीं जदयू ने भी अब अपने मुस्लिम विधायकों को आगे किया है। इसी क्रम में बुधवार को पूर्व मंत्री नौशाद आलम, कोचाधामन विधायक मास्टर मुजाहिद आलम, शिवहर के विधायक मोहम्मद शर्फ़फुद्दीन, विधान पार्षद मोहम्मद सलमान रागिब तथा विधान पार्षद डॉ. खालिद अनवर ने संयुक्त रूप से कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनकी सरकार ने एनपीआर और एनआरसी पर निर्णय लेकर 12 करोड़ बिहार वासियों के सिर को गर्व से ऊंचा कर दिया है।
विधान पार्षद डॉ. खालिद अनवर ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा में तैनाती और एनपीआर को लेकर जो रेजोल्यूशन पास किया है, जिसके मुताबिक बिहार में एनपीआर 2010 के फॉर्मेट पर होगा और यहां एनआरसी की आवश्यकता नहीं है, उसके लिए हम बिहार के तमाम अल्पसंख्यकों के तरफ से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद देते हैं और मुबारकबाद देते हैं।
जदयू एमएलसी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि यह ठोस कदम है और अब यह जिम्मेदारी विपक्ष और तेजस्वी यादव की है कि वह बिहार के लोगों को और मुसलमानों को यह बताएं कि उनके पिता लालू प्रसाद यादव गलत थे जब उन्होंने सीएनबीआर और एनआरसी को सपोर्ट किया या फिर तेजस्वी यादव खुद गलत हैं, जो इसका विरोध कर रहे हैं।
डॉक्टर खालिद अनवर ने कहा कि यह जवाबदेही तेजस्वी यादव की है कि वह जाकर बिहार की जनता को समझाएं क्योंकि हमारी सरकार की तरफ से जो हो सकता था, लोगों को भरोसे में लेने का जो कदम उठाया जा सकता था, हमने किया। जदयू विधायकों और विधान पार्षदों ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाज के सभी वर्ग को साथ लेकर चलने में यकीन रखते हैं। जदयू एमएलसी ने कहा कि समाज में सभी दलित पिछड़े अल्पसंख्यक सभी लोग मिलजुल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाज में बंटवारा चलने वाला नहीं है और जो लोग बांटने की कोशिश कर रहे हैं, वह कभी कामयाब नहीं होंगे।
वहीं जदयू एमएलसी सलमान रागिब ने कहा कि देश में एनडीए की सरकार है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनडीए में रहते हुए जो कदम उठाया है, वह काबिले तारीफ है। सलमान रागिब ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक फैसला है जिसे पूरा बिहार कभी भूल नहीं सकता। वही पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल कि क्या देश के अलग-अलग राज्यों में एनपीआर का अलग-अलग फॉर्मेट हो सकता है? और बिहार कैसे अलग फॉर्मेट पर एनपीआर कराएगा? इस सवाल के जवाब में एमएलसी खालिद अनवर ने कहा कि हमारी पार्टी ने पहले ही मुंगेर सांसद ललन सिंह और राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह को नियुक्त किया है कि वह एनडीए की मीटिंग में इस बात को रखें कि बिहार सरकार मौजूदा फॉर्मेट पर एनपीआर नहीं करा सकते।
खालिद अनवर ने कहा कि एनडीए की मीटिंग में यह बात रखी गई है और मार्च के पहले हफ्ते में यह बैठक होगी। जदयू एमएलसी ने कहा कि फॉर्मेट बदला जाएगा तो पूरे देश के लिए ही बदला जाएगा लेकिन बिहार का यह फैसला है कि हम मौजूदा फॉर्मेट पर एनपीआर नहीं कराएंगे और यह प्रस्ताव बिहार विधानसभा से पास कर दिया गया है। हालांकि जदयू एमएलसी ने एनपीआर को लेकर जारी हुए गजट नोटिफिकेशन को वापस लेने और अन्य राज्यों की तरह इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट जाने के सवाल पर कोई भी जवाब नहीं दिया।