पारस हाॅस्पिटल में इंटर्नशिप इन क्लिनिकल साइकोलाॅजी ट्रेनिंग की सुविधा, बोले डॉ. हलीम- मानसिक स्वास्थ्य भी बेहद ज़रूरी
पटना (जागता हिंदुस्तान) कैंसर और किडनी में गड़बड़ी जैसी घातक और जानलेवा बीमारियों में इलाज के साथ ही साइकोथेरेपी भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसलिए पारस एचएमआरआई सुपर स्पेशिलिटी हाॅस्पिटल, राजा बाजार, पटना में इंटर्नशिप इन क्लिनिकल साइकोलाॅजी ट्रेनिंग की शुरूआत की गयी है। यह सुविधा दिसम्बर 2020 में शुरू की गयी। अभी तक यहां से 12 लोग इसकी ट्रेनिंग ले चुके हैं और तीन बैच अभी प्रतिक्षा सूची में है। हर महीने के पहले सप्ताह में इस ट्रेनिंग के लिए चार अभ्यर्थियों का चयन किया जाता है जो मनोविज्ञान में डिप्लोमा या अन्य डिग्री हासिल कर चुके विधार्थी हो सकते हैं।
यह जानकारी देते हुए हाॅस्पिटल के मानसिक रोग विशेषज्ञ डाॅ. नीरज वेदपुरिया ने बताया कि घातक और जानलेवा बीमारियों से ग्रसित मरीज मानसिक रोग से भी ग्रसित हो सकते हैं। वे सोचने लगते हैं कि अब मेरे बच्चों और परिवार का क्या होगा। इलाज के लिए पैसे कहां से आएंगे, बेटी की शादी के लिए बचायी गयी रकम खर्च हो रही है। उनमें नकारात्मक भावनाएं पनपने लगती है, इस भावना से बचाने का निदान साइकोथेरेपी करती है। इसी की ट्रेनिंग हम यहां देते हैं। उन्होंने कहा कि इस ट्रेनिंग में मरीजों की भावनाओं, विचारों तथा व्यवहारों पर नियंत्रण पाने के तरीके बताये जाते हैं। हमलोग मरीज की पहले वैज्ञानिक जांच में उसकी मानसिक समस्या की गंभीरता का पता लगाया जाता है और उसके बाद योजना बनाकर इलाज किया जाता है। इलाज के बाद हमलोग यह भी मूल्यांकन करते हैं कि मरीज को हमारे इलाज से कितना फायदा हुआ। इस इंटर्नसिप में व्यवस्थित ढंग से मूल्यांकन तथा उसका प्रबंधन सिखाया जाता है। इस बारे में विषेश जानकारी देते हुए पारस एचएमआरआई हाॅस्पिटल के मनोरोग विशेषज्ञ (नैदानिक मनोवैज्ञानिक) डाॅ. नीरज वेदपुरिया ने कहा विश्व स्वास्थ्य संगठन के स्वास्थ्य के परिभाशा में स्पष्ट कहा गया है कि जो व्यक्ति शारीरिक, मानसिक तथा सामाजिक रूप से स्वस्थ है, वही स्वस्थ है। इसलिए हमलोग शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा दे रहे हैं।
पारस एचएमआरआई के रीजनल डायरेक्टर डाॅ. तलत हलीम ने बताया कि आज के समय में शारिरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य भी बहुत ही ज्यादा जरूरी है। यूजीसी (युनवर्सिटी ग्रांटस् कमीशन) के नये नियम के अनुसार मनोविज्ञान की पढ़ाई में विधार्थियों के लिए इंटर्नशिप को अनिवार्य कर दिया गया है। हमारे यहाॅ आये नये विधार्थियों के लिये ये बहुत हीं अच्छा अवसर है कि वे यहाॅ आकर इस इंटर्नशिप कार्यक्रम का भरपूर लाभ उठा सकें। पारस एचएमआरआई अस्पताल मरीजों के शारिरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान दे रहा है।