जदयू को बड़ा झटका, चुनाव से पहले राजद को मिली ‘शगुन’, ‘इक़बाल’ की भी हुई घर वापसी
पटना (जागता हिंदुस्तान) बिहार विधान सभा चुनाव की सरगर्मी तेज होने के साथ ही नेताओं के दलबदल का सिलसिला भी शुरू हो गया है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को राजद ने बड़ा झटका दिया है। जदयू के पूर्व एमएलसी जावेद इकबाल अंसारी और पार्टी के पूर्व विधायक राम नरेश सिंह की बेटी व जदयू नेत्री शगुन सिंह ने लालू प्रसाद के विचारों में आस्था व्यक्त करते हुए राजद का दामन थाम लिया है।
राजद के प्रदेश कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने खुद दोनों नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस अवसर पर शगुन सिंह और जावेद इकबाल अंसारी ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का जमकर गुणगान किया तो वहीं जदयू पर कई गंभीर आरोप भी लगाए।
शगुन सिंह ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की तारीफ करते हुए कहा कि लालू प्रसाद केवल एक व्यक्ति नहीं बल्कि एक विचारधारा हैं। इसके साथ ही शगुन सिंह ने नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार की जनता अब गरीब विरोधी सरकार से ऊब चुकी है और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में गरीबों की सरकार बनाने के लिए जनता ने मन बना लिया है और इसके लिए हम सब संकल्पित हैं।
वहीं, जदयू को छोड़कर राजद में घर वापसी करने वाले पूर्व एमएलसी जावेद इकबाल अंसारी ने राजा सुप्रीमो को अपना राजनीतिक विधाता करार देते हुए कहा कि लालू प्रसाद की राजनीति के आंगन में ही मेरा राजनीतिक जन्म हुआ है और अब मृत्यु भी यहीं होगी।
वहीं उन्होंने जदयू छोड़ने के सवाल पर कहा कि वह जदयू में उस वक्त गए थे, जब जदयू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा आरएसएस मुक्त भारत की बात करते थे लेकिन अब वही भाजपा आरएसएस युक्त भारत की बात करने लगे हैं तो उन पर विश्वास करना मुश्किल हो गया है। जावेद इकबाल ने कहा कि वह इस मंच से राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को धन्यवाद देना चाहते हैं कि उन्होंने तमाम गलतियों को भूल कर गले लगा लिया। नेता प्रतिपक्ष यादव का भी धन्यवाद करना चाहते हैं कि उन्होंने कभी भी किसी तरह की कोई टिप्पणी नहीं की। जावेद इकबाल ने कहा कि अब उनका एक ही उद्देश्य है कि आने वाला बिहार तेजस्वी यादव का बिहार हो।
इस अवसर पर राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, पार्टी के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी और पूर्व मंत्री कांति सिंह मौजूद रहे।