RLSP कार्यालय को अचानक तोड़ने पहुंचा सरकारी अमला, पार्टी ने बताया सुनियोजित साजिश
पटना (जागता हिंदुस्तान) पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा के सी-25, ईस्ट गार्डन रोड वीरचंद पटेल स्थित प्रदेश कार्यालय को बिना किसी पूर्व सूचना के अचानक शुक्रवार की सुबह तोड़ने के लिए भारी पुलिस बल के साथ सरकारी अमला पहुंच गया।
इस मामले को लेकर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता इंजीनियर अभिषेक झा और पार्टी प्रवक्ता भोला शर्मा ने कहा कि आज तक रालोसपा प्रदेश कार्यालय c-25 का जो भी बिल आया उसका समय पर पार्टी द्वारा भुगतान किया गया है। बिहार सरकार द्वारा यह रालोसपा का आवंटित कार्यालय है। अंतिम बिल 31 मई 2020 का है जो कार्यालय को 8 जून 2020 को प्राप्त कराया गया। रालोसपा लोकतंत्र और कानून में विश्वास रखने वाली पार्टी है और हम हर बकाया राशि का भुगतान करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि आज एक जिला प्रशासन के लोग लालच प्रदेश कार्यालय को खाली कराने और तोड़ने की मंशा के साथ बुलडोजर और लाव लश्कर के साथ पहुंचे। इससे पहले इस बात की जानकारी या अधिकारी नोटिस पार्टी कार्यालय को नहीं दी गई है। रालोसपा नेता ने कहा कि जिला प्रशासन का यह प्रयास सत्तारूढ़ दल के आदेश पर लोकतंत्र पर हमला है।
पार्टी नेताओं ने कहा कि रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता बिहार के जनहित से जुड़े मुद्दे को लेकर सरकार के खिलाफ आवाज उठाते हैं, जिससे सरकार को घबराहट होती है। इसलिए सरकार के लोक अदालत का प्रदेश कार्यालय को तोड़कर उपेंद्र कुशवाहा और बालोतरा के नेताओं और कार्यकर्ताओं को नीचा दिखाना चाहते हैं लेकिन वे लोग कभी भी अपने मंसूबे में कामयाब नहीं होंगे। हम लोग लोकतांत्रिक तरीके से बिहार सरकार का विरोध करते रहेंगे।
बता दें कि रालोसपा कार्यालय के अगल-बगल के सरकारी आवासों को तोड़ने का सिलसिला शुरू कर दिया गया है। हालांकि रालोसपा नेताओं के विरोध के कारण फिलहाल पार्टी कार्यालय को तोड़ने की कार्रवाई शुरू नहीं हुई है।
सरकार की इस कार्रवाई का विरोध करने वाले नेताओं में लाला अभियान समिति के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र नाथ, कार्यकारी अध्यक्ष बीके सिंह, महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष मधु मंजरी, महासचिव संजय मेहता, उमेश निषाद मोहन यादव, उपेंद्र पासवान, कार्यालय प्रभारी अशोक कुशवाहा, महानगर अध्यक्ष खुर्शीद अहमद, विनोद कुमार पप्पू, पप्पू मेहता, अजय कुमार शर्मा, रवि प्रताप कश्यप और रियाजुद्दीन बक्कू शामिल रहे।
जानकारी के मुताबिक यहां पर एक सरकारी विभाग का भवन बनाया जाना है जिसको लेकर तोड़फोड़ की कार्रवाई की जा रही है।