लालू प्रसाद को अपने राजपाट की भयावहता याद न हो, तो “गंगा जल” और “अपहरण” फिर से देख लें- सुशील मोदी
पटना (जागता हिंदुस्तान) राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद द्वारा राज्य सरकार से बिहारवासियों के पलायन को लेकर सवाल पूछने के मामले पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी काफी भड़क गए हैं।
उन्होंने लालू प्रसाद पर पलटवार करते हुए कहा है कि, “लालू-राबड़ी राज में जहां जातीय नरसंहार और नक्सली उग्रवाद के चलते खेती-किसानी चौपट हुई, वहीं हत्या, लूट और उद्यमियों-व्यवसायियों से फिरौती वसूलने के लिए अपहरण की बढ़ती घटनाओं के चलते व्यापार ठप पड़ गया था। ग्रामीण और शहरी, दोनों अर्थव्यवस्था को ध्वस्त कर लालू प्रसाद ने हर वर्ग के लोगों की रोजी-रोटी छीनी और उनको पलायन के लिए मजबूर कर दिया। लालू प्रसाद को अपने राजपाट की भयावहता याद न हो, तो ” गंगा जल” और “अपहरण” फिल्म फिर से देख लें।”
सुशील मोदी ने आगे कहा कि राजद काल के बिहार में न अच्छी सड़क थी, न पर्याप्त बिजली। विकास ठप था। स्कूली शिक्षा चरवाहा विद्यालय के स्तर पर आ गई थी और राजनीतिक पसंद के लोगों को कुलपति बनाकर विश्वविद्यालयों की गुणवत्ता नष्ट कर दी गई थी।
जिस लालू प्रसाद के कारण लाखों मजदूरों, छात्रों और रोजगार देने वाले उद्यमियों को बिहार छोड़ना पड़ा, वे खुद बिहारियों की मुसीबत और शर्मिंदगी के सियासी गुनहगार हैं। जिन्हें अपने किये के लिए माफी मांगनी चाहिए, वे जेल से ट्वीट कर सवाल पूछ रहे हैं।
बता दें कि लालू प्रसाद ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री कौशल मोदी पर बड़ा हमला किया है। उन्होंने कहा है कि “बिहार को बिहार और बिहारवासियों के हितों के लिए खूँटा गाड़ लड़ने वाली सरकार चाहिए। कदम कदम पर लड़खड़ाने वाली खोखली ढकोसली, विश्वासघाती, कुर्सीवादी और पलटीमार सरकार नहीं। नीतीश और उनका स्टेपनी सुशील मोदी बताए, उनके 15 वर्षों के राज में बिहार के हर दूसरे घर से पलायन काहे हुआ?”