आत्मनिर्भर भारत अभियान से गांव-गांव में खुलेंगे उद्योग- राजीव रंजन
नालन्दा (जागता हिंदुस्तान) केंद्र सरकार द्वारा घोषित किये गये वित्तीय पैकेज से देश की आर्थिक तस्वीर बदलने का दावा करते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष श्री राजीव रंजन ने कहा “ कोरोना संकट की इस विषम परिस्थिति में केंद्र सरकार द्वारा घोषित किये गये 20 लाख करोड़ के इस आर्थिक पैकेज ने देश में एक नई आशा और उत्साह का संचार किया है. देश के इतिहास में सबसे बड़े इस राहत पैकेज न केवल देश की आर्थिक स्थिति में एक क्रांतिकारी परिवर्तन आएगा बल्कि इससे गांव-गांव में लघु उद्योगों का जाल बिछेगा, जिसका सीधा लाभ आम आदमी को होगा.”
केंद्र सरकार द्वारा घोषित पैकेज के बारे में बताते हुए भाजपा उपाध्यक्ष ने कहा “कोरोना के कारण विश्व में आर्थिक गतिविधियाँ रुकी हुई हैं जो आगे चलकर विकराल रूप धारण कर सकती है. ऐसे में 20 लाख करोड़ के साथ भारत सरकार द्वारा उद्योग धंधो को दिया गया यह बूस्ट भारत के लिए ऐसी स्थिति से निपटने के साथ-साथ, वैश्विक स्तर पर कई नये मौकों का सृजन कर सकता है. पैकेज में लोकल ब्रांड को ग्लोबल बनाने पर ज़ोर दिया गया है और लोकल ब्रांड्स को स्थापित होने का मौका मिले इसके लिए उद्योग-धंधो को जबर्दस्त रियायत दी गयी है. छोटे उद्योग धंधों को 3 लाख करोड़ तक का क्रेडिट फ्री लोन देने का ऐलान किया गया है. 100 करोड़ तक के टर्नओवर वाले MSME को 25 करोड़ तक ऋण देने की घोषणा की गयी है. कुटीर उद्योगों को बिना गिरवी के लोन मिलेगा. संकट में फंसे एमएसएमई को 20 हजार करोड़ रुपये की राहत दी गयी.
उन्होंने कहा कि इन कदमों से साफ़ है कि सरकार का मकसद घरेलू उद्योग धंधों को और सशक्त बनाना है, जो भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी और करोड़ो लोगों की आजीविका का साधन है. इन रियायतों से उत्पादन बढ़ेगा, जिससे कच्चे माल की मांग बढ़ेगी और सीधे तौर पर गाँव और किसानों को फायदा मिलेगा. सरकार के इस फैसले से गांव गांव में उद्योगों का जाल बिछेगा और हर घर खुशहाली आएगी.
राजीव रंजन ने कहा “ केंद्र सरकार द्वारा घोषित यह पैकेज आपदा में भी देश के लिए अवसर ढूंढने की मुहीम है. जिस प्रकार प्रधानमन्त्री जी ने कोरोना संकट को भांपते हुए पहले से ही आवश्यक कदम उठाने शुरू कर दिए थे, उसी प्रकार अब कोरोना संकट के बाद की स्थिति के लिए देश को तैयार करने की कोशिश शुरू हो चुकी है. ऐसे में अब यह हमारा फर्ज़ भी है कि कोरोना की लड़ाई की ही तरह, हम अब देश को आर्थिक महाशक्ति बनाने के लिए प्रधानमन्त्री जी को पूरी एकजुटता के साथ अपना समर्थन दें. देश बढ़ेगा तो हम भी बढ़ेंगे, देश समृद्ध होगा तो हम भी समृद्ध होंगे.”