बिखराव की कगार पर महागठबंधन, बोले मांझी- RJD नहीं माना तो बनाएंगे नया गठजोड़
पटना (जागता हिंदुस्तान) बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने महागठबंधन कॉर्डिनेशन कमिटी को लेकर बड़ा बयान दिया है। माँझी ने कहा कि 31 मार्च तक राजद कॉर्डिनेशन कमिटी पर अपनी राय स्पष्ट करें नहीं तो वह अपनी राह तय करेंगे।
मांझी ने पत्रकारों कर सवाल का जवाब देते हुए कहा कि राजद बड़ी पार्टी है। हमने अक्टूबर 2019 से को-आर्डिनेशन कमेटी बनाने को लेकर तीन बार अपनी बातों को महागठबंधन में रखा है। दो बार के प्रयास के बावजूद यह कोआर्डिनेशन कमेटी महागठबंधन की ओर से अब तक नहीं बनाई गई या मेरा तीसरा प्रयास होगा। मार्च के अंत तक अगर को-आर्डिनेशन कमेटी बन जाती है तो अच्छी बात है अन्यथा 31 मार्च के बाद महागठबंधन के 5 घटक दल में चार दल यानी कांग्रेस, हम, रालोसपा, वीआईपी मिलकर बृहद महागठबंधन बनाएंगे, जिसमें सीपीआई और पप्पू यादव की पार्टी जाप को भी शामिल करेंगे।
मांझी ने कहा कि वह बसपा सुप्रीमो बहन मायावती से भी मुलाकात कर वृहद महागठबंधन में शामिल होने की नात करेंगे। उन्होंने कहा कि महागठबंधन में सीपीआई, और जाप को राजद शामिल नहीं करना चाहता है लेकिन, वृहद महागठबंधन का निर्माण होगा तो सीपीआई और पप्पू यादव की पार्टी जाप को भी शामिल करेंगे।
मांझी ने पत्रकारों का सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हम महागठबंधन को मजबूत करना चाहते हैं और जदयू में जाने की कोई बात नहीं है। भाजपा नीत सरकार को बिहार की सत्ता से दूर करना है हमारा एकमात्र लक्ष्य है।
मांझी ने कहा कि 2010 के चुनाव में राजद लोजपा मुस्लिम एक साथ लड़े थे क्या हाल हुआ था? 22 सीट पर सिमट गए थे। अगर समय रहते नहीं समझे तो 2020 से भी स्थिति राजद की इस रवैया से खराब हो सकती है। हालांकि मांझी ने कहा कि राजद की अथिति अशुभ हो, मैं नहीं चाहता।
मांझी ने पत्रकारों के पूछे गए सवाल पर कहा गया कि अगर वृहद महागठबंधन बनता है और आरजेडी आना चाहती है तो उस स्थिति में आप क्या करेंगे तो उन्होंने कहा कि अगर वह आना चाहेंगे तो उस समय भी हम उनका स्वागत करेंगे ।
प्रेस वार्ता मे प्रदेश अध्यक्ष बीएल बैश्यन्त्री, डॉ. वीरेंद्र कुमार सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान, विजय यादव, अमरेंद्र कुमार त्रिपाठी, रंजीत कुमार चंद्रवंशी, रामविलास प्रसाद, बेला यादव आदि मौजूद रहे।