Politics

महाराणा प्रताप की प्रतिमा बीच शहर में लगाने की मांग, क्षत्रीय सेवा महासंघ ने CM को लिखा पत्र

पटना (जागता हिंदुस्तान) शूरवीर महाराणा प्रताप की आदमकद प्रतिमा का निर्माण मैकडॉवेल गोलंबर के बजाय शहर के बीचोबीच लगाने, महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह की प्रतिमा साइंस कॉलेज परिसर में लगाने तथा पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई की तारीख की घोषणा की मांग को लेकर क्षत्रीय सेवा महासंघ ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है। इस संबंध में महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष धनवंत सिंह राठौड़ ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 14 साल पहले घोषणा की थी कि उनकी सरकार बनने पर पटना में महाराणा प्रताप की प्रतिमा लगेगी जिसका अधिकृत घोषणा उन्होंने इस साल 20 जनवरी को मिलर हाई स्कूल में आयोजित महाराणा प्रताप समारोह के दौरान की। मुख्यमंत्री ने कहां की महाराणा प्रताप की प्रतिमा मैकडोवेल गोलंबर पर लगाई जाएगी। धनवंत सिंह ने कहा कि सरकार क्षत्रिय समाज के महापुरुष और नेताओं की प्रतिमा स्थापित करने में भेदभाव कर रही है। इसके साथ ही उन्होंने महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह के प्रतिमा साइंस कॉलेज परिसर में लगाने व समाज के नेता आनंद मोहन जिन्होंने झूठे केस में 14 साल जेल में काट लिए हैं उन्हें रिहा करने की तिथि घोषित करने की मांग की है। राठौर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखे पत्र में आग्रह किया है कि महाराणा प्रताप की आदम कद प्रतिमा करबिगहिया से आर-ब्लॉक के बीच पुल पर बने गोलंबर पर स्थापित की जाए जिससे आम व्यक्ति भी उनकी प्रतिमा का दर्शन कर प्रेरणा ले सकें। इसके साथ ही उन्होंने पूर्व सांसद आनंद मोहन को लेकर कहा कि आज क्षत्रिय समाज के नेता बिना गलती के ही सुकरात की तरह जहर पीकर 14 साल से जेल में बंद हैं। सजा पूरी होने के बाद भी रिहाई नहीं होने से समाज अचंभित है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इस संबंध में घोषणा तो करते हैं लेकिन तिथि की घोषणा नहीं करने से समाज के लोग मायूस हैं। क्षत्रिय सेवा महासंघ ने मांग की है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई की तारीख की घोषणा करें। इतना ही नहीं, धनवंत सिंह राठौर ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर इस साल 30 जून तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महासंघ की तीनों मांगों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाते हैं तो आगे बड़ा आंदोलन किया जाएगा। महासंघ इन मांगों को लेकर सड़क पर उतर कर धरना प्रदर्शन करेगा। राठौर ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा है कि उनकी कथनी और करनी में बड़ा अंतर है। उन्होंने कहा है कि जिस तरह से 14 साल पहले नीतीश कुमार की घोषणा महल चुनावी घोषणा बन कर रह गई थी कहीं इस बार भी मिलर हाई स्कूल से महाराणा प्रताप की प्रतिमा लगाने के मामले को लेकर की गई उनकी घोषणा भी चुनावी घोषणा ही साबित ना हो जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखे पत्र में कहा है कि मांगों पर जल्द निर्णय लेकर इसे कार्यान्वित किया जाए ताकि क्षत्रिय सेवा महासंघ को आंदोलन के लिए सड़क पर नहीं उतारना पड़े।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *