दावा : अपने तीसरे बेटे तरुण यादव के नाम पर भी लालू प्रसाद ने लिखवाई है ज़मीन- नीरज कुमार
पटना (जागता हिंदुस्तान) राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के 73 वें जन्मदिन को लेकर एक तरफ जहां राजद गरीब सम्मान दिवस मनाया तो वहीं दूसरी तरफ जदयू लगातार लालू परिवार पर हमलावर है। लालू परिवार को लेकर संपत्ति नामा के नाम से राजधानी के मुख्य चौराहों पर पोस्टर लगाने के बाद बिहार सरकार के सूचना जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने जदयू प्रदेश कार्यालय में प्रेस वार्ता आयोजित कर लालू प्रसाद और उनके परिवार पर निशाना साधा। नीरज कुमार ने दावा किया कि लालू यादव ने अपने सगे बड़े भाई मंगरु यादव के बेटों से 04.11.2003 को नाबालिग तेज प्रताप के नाम 8 कट्ठा 17 धुर जमीन लिखवा लिया साथ ही साथ फुलवरिया के कई लोगों से नौकरी के बदले जमीन लिखवाए जाने की भी बात कही।
सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री ने कहा कि लालू जी को बेनामी संपत्ति अर्जित करने की इस कदर भूख थी कि इन्होंने तेजप्रताप और तेजस्वी के अलावा एक और तीसरे बेटे तरुण कुमार यादव के नाम जमीन लिखवा लिया जिसका कहीं कोई अता पता नहीं है।
उन्होंने जमीन निबंधन के दस्तावेज प्रस्तुत करते हुए कहा कि 1989 में पैदा हुए तेज प्रताप के नाम से 1993 में मात्र 4 वर्ष की उम्र में फुलवरिया के लोगों से नौकरी के बदले 3 कट्ठा 11धुर और 6कट्ठा जमीन लिखवा लिया जिसमें खरीददार के रुप में तेजप्रताप यादव और तरुण कुमार यादव वल्द लालू प्रसाद यादव दर्ज है। यहाँ प्रत्यक्षतः आरोप यह प्रकट होता है कि आखिर तरुण कुमार यादव कौन है, कहाँ है और तेज प्रताप के साथ साझे में ली गई जमीन में दोनों के पिता की जगह लालू यादव का नाम कैसे दर्ज है।
इसके अलावा तेजप्रताप के नाम 01.02.94 को भी बलम चौधरी से 2 कट्ठा 16 धुर जमीन लिखवाया। इन सभी रजिस्ट्री में अभिभावक के रूप में किसी का कोई उल्लेख नहीं जो कि सीधे सीधे बाल उत्पीड़न का मामला बनता है कि आखिर नाबालिग के नाम बिना अभिभावक के उल्लेख इन्होंने जमीन कैसे लिखवाई।
उन्होंने कहा कि कैदी नंबर 3351 पर तो बेनामी संपत्ति बनाने का आरोप लगता रहा है लेकिन अब तो तीसरे बेटे तरुण कुमार यादव को गुमनाम और गुमशुदा रखने का आरोप प्रकट होता है।