मिस-गवर्नेंस के पुरोधाओं को गुड-गवर्नेंस का मॉडल समझ नहीं आ सकता- निखिल आनंद
पटना (जागता हिंदुस्तान) बिहार भाजपा प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद ने नीतीश कुमार के खिलाफ नेता विपक्ष की बयानबाजी को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि अगर तेजस्वी यादव को राजनीति की नैतिकता एवं पारदर्शिता का तकाजा होता तो वे बताते कि 55 दिनों तक खुद किस गुप्त स्थान पर या बिल में छुपे थे जिसके बारे में जनता को नहीं बताना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि गुड गवर्नेंस का मतलब प्रशासनिक व्यवस्था का सुचारु संचालन है जो की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बखुबी कर रहे हैं। मिस- गवर्नेंस के पुरोधाओं को गुड गवर्नेंस का मॉडल समझ में नहीं आ सकता है। शासन- प्रशासन की व्यवस्था संचालन के बारे में अनर्गल टिप्पणी करने से पहले अनुभवहीन तेजस्वी यादव थोड़ा अपने गुरू मनोज झा से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की शिक्षा ग्रहण कर लें अन्यथा लोग कहेंगे, “थोथा चना, बाजे घना यानि की ज्ञान में कम और नौटंकी खूब ज्यादा।”
निखिल आनंद ने कहा कि अफसोस की बात यह है कि तेजस्वी ने नीतीशजी के नेतृत्व में उपमुख्यमंत्री रहते हुए कुछ नहीं सीखा। नीतीश कुमार जी ने राजद को इसलिए निकाल बाहर किया क्योंकि ये लोग अपनी पुरानी भ्रष्ट कार्य संस्कृति दुहराने लगे थे।
बिहार की भाजपा- जदयू- लोजपा गठबंधन की एनडीए सरकार भ्रष्टाचार मुक्त और सबको न्याय की बुनियाद पर सबका साथ- सबका विकास की नीति पर जन- जन के कल्याण में लगी है।