बेहद मुश्किल घड़ी से गुज़र रहा है मुस्लिम समाज, नफरत करते हैं सत्ता में बैठे लोग- भीम आर्मी
पटना (जागता हिंदुस्तान) कोरोना महामारी को लेकर जारी लॉक डाउन के दौरान दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज और हिमाचल प्रदेश के ऊना में जमात के लोगों के संपर्क में आये एक युवक के सामाजिक ताने से परेशान होकर की गई आत्महत्या के मामले को लेकर देश में मुस्लिम समाज की मौजूदा स्थिति पर भीम आर्मी ने चिंता व्यक्त की है।
भीम आर्मी के प्रदेश प्रवक्ता सामंत प्रधान ने कहा है कि वर्तमान समय में मुस्लिम समाज बेहद मुश्किल घड़ी से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि खुद को मुस्लिम और बहुजन हितैषी कहने वाला कोई भी नेता आज इस मुद्दे पर मुखर होकर नहीं बोल रहा। सामंत प्रधान ने दिल्ली के तबलीगी जमात मामले की बात करते हुए कहा कि हिमाचल के ऊना में जमातियों के संपर्क में आए एक युवक का कोरोना जांच नेगेटिव आने के बावजूद केवल मुस्लिम होने के नाते उनका सामाजिक बहिष्कार कर दिया गया, जिससे परेशान होकर युवक ने आत्महत्या कर ली।
भीम आर्मी के प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि मीडिया का एक तबका भी मुस्लिम समाज को टारगेट कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद ने जिस तरह से ट्विटर के माध्यम से मुस्लिम समाज के लिए अपने मिशन के लोगों से मदद करने की अपील की है और खुद जिस तरह से पूरे बहुजन समाज की मदद उठाया है, इस कदम को आगे बढ़ाने के लिए हम हम सभी बिहार भीम आर्मी के टीम के सदस्य इस कार्य को आगे बढ़ाएंगे।
सामंत प्रधान ने कहा कि एक तरफ सांप्रदायिक मीडिया मुस्लिम समाज को निशाना बना रही है, वहीं दूसरी तरफ सत्ता में बैठे लोग भी मुस्लिम और बहुजन समाज से नफरत करते हैं। मुस्लिम समाज को टारगेट कर हिंदुत्व की राजनीति चमकाना चाहते हैं। भीम आर्मी के प्रदेश प्रवक्ता ने अपील की है कि ऐसी विषम परिस्थिति में मुस्लिम समाज का हौसला बुलंद कर हर मुश्किल परिस्थिति में उनका सहयोग करें।
बता दें कि इससे पहले भीम आर्मी चीज चंद्रशेखर आजाद ने भी कहा है कि दुनिया भर के लिए कोरोना एक महामारी है लेकिन मनुवादी मीडिया के लिए यह नफरत फैलाने का टूल है। कोरोना के नाम पर जिस तरह इस्लामोफोबिया फैलाया गया, उसके नतीजे सामने आने शुरू हो गए हैं। UP, दिल्ली, उत्तराखंड, कर्नाटक, हरियाणा में ग़रीब मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है।