नीतीश और उनके स्टेपनी सुशील मोदी बताएं, 15 वर्षों में बिहार के हर दूसरे घर से पलायन काहे हुआ- लालू प्रसाद
पटना (जागता हिंदुस्तान) लॉक डाउन के कारण विभिन्न राज्यों में फंसे बिहारी श्रमिकों की घर वापसी को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच मचे घमासान के बीच अब बिहारियों के पलायन के मुद्दे पर राजनीतिक संग्राम तेज होने लगा है। बिहारियों के पलायन को लेकर उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर किए गए हमले पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने पलटवार किया है।
लालू प्रसाद ने अपने चिर परिचित अंदाज में कहा है कि, “बिहार को बिहार और बिहारवासियों के हितों के लिए खूँटा गाड़ लड़ने वाली सरकार चाहिए। कदम कदम पर लड़खड़ाने वाली खोखली ढकोसली, विश्वासघाती, कुर्सीवादी और पलटीमार सरकार नहीं।”
राजद सुप्रीमो यहीं नहीं रुके, उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि, “नीतीश और उनका स्टेपनी सुशील मोदी बताए, उनके 15 वर्षों के राज में बिहार के हर दूसरे घर से पलायन काहे हुआ?”
बता दें कि बिहारी श्रमिकों के पलायन को लेकर नेता प्रतिपक्ष के ट्वीट पर जवाबी ट्वीट करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि “देश जब कोरोना संक्रमण, लाकडाउन और मजदूरों-गरीबों की अधिकाधिक मदद की तिहरी चुनौतियों से जूझ रहा है, तब कांग्रेस-राजद जैसी वंशवादी पार्टियों के युवराज सरकार के हर कल्याणकारी कदम में खोट निकालने को ही जनसेवा मान रहे हैं। किसी को पीएम केयर्स फंड के प्रति जनता का भरोसा खल रहा है, तो कोई प्रवासी मजदूरों के काम पर लौटने के शुभारम्भ को रिवर्स माइग्रेशन बता रहा है। जिनके राज में बिहार से लाखों लोगों का महापलायन हुआ, लेकिन मजदूरों को रोकने की कोई योजना नहीं बनी, वे आज परम संवेदनशील दिखने का नाटक कर रहे हैं।”