अब बिहार से भी प्रकाशित होगी उगता भारत पत्रिका, पटना में किया गया विमोचन
पटना (जागता हिंदुस्तान) दिल्ली एनसीआर से पिछले 10 वर्षों से संचालित दैनिक एवं साप्ताहिक पत्रिका उगता भारत का अब बिहार से भी नियमित रूप से प्रकाशन होगा। इसी कड़ी में पत्रिका की टीम ने बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान इसका विमोचन किया। इस दौरान उन्होंने संक्रमण के खतरे को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ख्याल रखा गया।
बिहार में अखबार के संपादन की जिम्मेदारी भारत में हिंदू महासभा के लिए पिछले 15 वर्षों से कार्य कर रहे राष्ट्रवादी एवं सनातन विषय के लेखक अमित सिन्हा को दी गई है।
इस अवसर पर पत्रिका के बिहार अंक के नवनियुक्त संपादक अमित सिन्हा ने सबसे पहले खबरों के साथ न्याय नहीं करने को लेकर मीडिया के एक तबके को निशाना बनाया। उन्होंने आरोप लगाया कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले मीडिया के एक हिस्से में बीमारी लग गई है। उसके द्वारा तथ्यों की जांच किए बगैर लोगों के सामने पेश किया जा रहा है। अमित सिन्हा ने कहा कि बहुत सारे ऐसे तथ्य है जिसे सामने लाने में मीडिया पूरी तरह से असफल रही है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि हमारे इतिहास की तो बुरी तरह से विकृति कर दी गई है। एक राष्ट्रीय समाचार चैनल में तो हमारी संस्कृति को मात्र 7000 साल पुराना बता दिया गया। उन्होंने कहा कि यह बात यह एक अनपढ़ महिला भी बता सकती है कि राम त्रेता युग यानी लगभग 10 लाख साल पहले थे लेकिन हमारे पत्रकार साथियों ने रामायण काल को 7000 साल पुराना बताया।
उन्होंने कहा कि मैं यह दावा नहीं करूंगा कि उगता भारत के माध्यम से मैं क्या करूंगा। यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि मैं इंसाफ के लिए उठने वाली आवाज बन पाता हूं या नहीं। इसके साथ ही अमित सिन्हा ने पत्रकारों से भी सहयोग करने की अपील की
विमोचन के अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में कैट के प्रदेश अध्यक्ष अशोक वर्मा, कैट बिहार चैप्टर के चेयरमैन कमल नोपनी आदि मौजूद रहे।