Politics

राज्य के कृषि निर्यात को बढ़ावा देने के लिए क्षमता संवर्द्धन हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन

पटना । कृषि विभाग, बिहार के सचिव डाॅ॰ एन॰ सरवण कुमार ने आज कृषि भवन, मीठापुर, पटना के सभागार में कृषि विभाग के बावास संभाग द्वारा किसानों, कृषक उत्पादक संगठनों, निर्यातकों, व्यापारियों आदि के क्षमता संवर्द्धन हेतु एक जिला, एक उत्पाद के अन्तर्गत कृषि निर्यात को बढ़ावा देने विषय पर आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि विभाग के विशेष सचिव-सह-निदेशक, बावास रवीन्द्रनाथ राय द्वारा की गई।

सचिव, कृषि विभाग ने अपने संबोधन में कहा कि कृषि विभाग, बिहार द्वारा राज्य में कृषि उत्पादों के उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की गयी है। बिहार खाद्यान्न फसलों के उत्पादन में अग्रणी राज्य है। राज्य में कृषि उत्पादों की उपज में विविधता लाने में भी काफी प्रगति हुई है। वर्तमान में फलों और सब्जियों के उत्पादन में बिहार एक प्रमुख राज्य है। बिहार आज शाही लीची, जरदालु आम, कतरनी चावल, मखाना आदि जैसे विशिष्ट कृषि और बागवानी उत्पादों से अपनी अन्तर्राष्ट्रीय पहचान बना चुका है।

उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसानों की आय में वृद्धि लाने के उद्देश्य से कृषि विपणन और मूल्य संवर्धन के क्षेत्र में विशेष रूप से काम करने के लिए वर्ष 2020 में कृषि विभाग में बिहार कृषि उत्पाद मूल्य संवर्धन प्रणाली (बावास) संभाग का गठन किया गया है। हाल के वर्षों में बिहार के कृषि उत्पादों के निर्यात में काफी वृद्धि हुई है। राज्य में वर्ष 2005-06 में जहाँ 3 करोड़ रुपये मूल्य का कृषि निर्यात होता था, वही वर्ष 2021-22 में बढ़कर यह लगभग 3,270 करोड़ रुपये तक पहुँच गया है। कृषि उत्पादों के निर्यात में और अधिक वृद्धि करने के लिए बिहार कृषि निर्यात नीति तैयार की जा रही है, जो अंतिम चरण में है। कृषि निर्यात नीति से कृषि उत्पादों के निर्यात बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी।

सचिव ने बताया कि सरकार द्वारा कृषि उत्पादों के निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए पर्णधारियों के क्षमता संवर्द्धन और कौशल उन्नयन करने हेतु विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। बावास संभाग किसानों, कृषक उत्पादक संगठनों, निर्यातकों, व्यापारियों आदि के लिए क्षमता संवर्द्धन कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन के साथ सहयोग कर रहा है।

डाॅ॰ कुमार ने कहा कि कृषि निर्यात को ध्यान में रखते हुए एक जिला, एक उत्पाद योजना के तहत् इस वर्ष 5 से 26 अगस्त तक पटना, गया, पूर्णियाँ, पूर्वी चम्पारण तथा दरभंगा में 5 एक दिवसीय क्षमता संवर्द्धन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजन किया जायेगा। यह प्रशिक्षण प्रतिभागियों के लिए निःशुल्क होगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में लगभग 50 से 70 निर्यातकों, व्यापारियों और किसानों द्वारा भाग लिया जायेगा। इस कार्यक्रम में प्रशिक्षणार्थियों को फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन, कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा), राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) और पंजाब नेशनल बैंक के विशेषज्ञों द्वारा कृषि निर्यात से संबंधित विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षित किया जाएगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उद्यमों, निर्यातकों, कृषक उत्पादक संगठनों को व्यावहारिक ज्ञान देना है।

इस कार्यक्रम में निदेशक उद्यान नन्द किशोर, निदेशक बसोका सुनील कुमार पंकज, बावास के उप निदेशक सनत कुमार जयपुरियार, सहायक निदेशक, एफ॰आई॰ई॰ओ॰, कोलकाता के जुईन चौधरी, भूतपूर्व फाॅरेन ट्रेड डेवलपमेंट ऑफिसर्स, कोलकाता के गोलोक चटर्जी, नाबार्ड के ए॰जी॰एम॰ अमित कुमार गौतम, ट्रेड फाइनांस सेंटर कोलकाता के वी॰के॰ राजपूत, एपीडा के शुभम राय, एग्रोफ्रेस कोलकाता के निदेशक अंकुश साहा सहित कृषि विभाग के अन्य पदाधिकारी एवं किसानगण उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *