CORONA ने दी सरकार को राहत, पीछे हटा PACS प्रबंधक संघ
पटना (जागता हिंदुस्तान) पुराना वायरस के संभावित खतरे को लेकर एक तरफ जहां राज्य सरकार चिंतित है, वहीं इसी वायरस के कारण सरकार को थोड़ी राहत भी मिलती नजर आ रही है। दरअसल अपनी 5 सूत्री मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले पैक्स प्रबंधक संघ ने फिलहाल अपने विरोध को लगाम दे दिया है।
इस संबंध में पैक्स प्रबंधक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अजय गुप्ता ने कहा है कि कोरोना वायरस जैसी अंतराराष्ट्रीय आपदा से उत्पन्न गंभीर संक्रमण बीमारी कोरोना के कारण पूरी दुनिया भयभीत, सतर्क एंव इसके चपेट मे है,जिसे देखते हुए बिहार सरकार के द्वारा भी राज्य के सभी सरकारी, गैर सरकारी विद्यालय, कॉलेज, पार्क, आँगनबाड़ी, कोचिंग, सिनेमा हॉल, सांस्कृतिक कार्यक्रम, धरना-प्रदर्शन जुलूस पर रोक लगायी गई है। इसके मद्देनजर पैक्स प्रबंधक संघ, बिहार द्वारा घोषित 21 मार्च एंव 25 मार्च को सहकारिता मंत्री के आवास घेराव सह किये गए वादों पर अडिग रहने हेतु हवन एंव विधानसभा के समक्ष सामूहिक आत्मदाह को तत्काल अगले आदेश तक स्थगित किया जाता है।
गुप्ता ने कहा है कि पुन: आगे आंदोलन की जानकारी बैठक करते हुए मिडिया के माध्यम से दी जाएगी । इसके साथ ही राज्य के 8,463 पैक्स प्रबंधक इस गंभीर बीमारी से बचाव हेतु आम जनता को जागरूक करेगें एंव सुझाव देगें ताकि राज्य में इस बीमारी का प्रभाव नहीं पड़े।
उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सादर अनुरोध है कि सहकारिता मंत्री राणा रणधीर सिंह द्वारा सार्वजनिक रूप से दिए गए आश्वासन पर अविलंब सकारात्मक पहल हो एंव पैक्स प्रबंधकों को सरकारी कर्मी का दर्जा दें, जिससे राज्य के 8463 पैक्स प्रबंधकों के परिवार भुखमरी का शिकार न हो सके।
अजय गुप्ता ने एक बार फिर दोहराया कि पैक्स प्रबंधक संघ, बिहार पैक्स प्रबंधकों को सरकारी कर्मी का दर्जा देने हेतु लड़ाई तब तक लड़ते रहेगें, जब तक सरकारी कर्मी का दर्जा प्राप्त न हो जाए।