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बिहार बंद के समर्थन में ट्रैक्टर पर बैठ सड़क पर उतरे पप्पू यादव, कहा- कृषि कानून भारत की आत्मा पर चोट

पटना (जागता हिंदुस्तान) जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव बिहार बंद को सफल बनाने के लिए सड़क पर उतड़े. पप्पू यादव ने संसद से पास हुए कृषि से जुड़े तीनों कानूनों को किसान विरोधी बताया. ट्रैक्टर पर बैठ वे इनकम टैक्स गोलम्बर से डांकबंगला चौराहा तक गए और अपना विरोध जताया. बंद के समर्थन में हजारों समर्थक और आम जनता सड़क पर आई और इस कानूनों को वापस लेने की मांग की.

बंद को संबोधित करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि इस कानून ने देश की आत्मा पर चोट की है. ये अन्नदाता को कमजोर करने वाला कानून है. देश की आधी आबादी कृषि और कृषि आधारित रोजगारों पर आश्रित है और इस कानून से ये पूरी आधी आबादी प्रभावित होगी. किसानों की जमीन को छीन पूंजीपतियों को देने की तैयारी यह सरकार कर रही है.

कृषि कानूनों को काला कानून बताते हुए जाप अध्यक्ष ने कहा कि सरकार को यह किसान विरोधी कानून वापस लेना होगा. जब तक ऐसा नहीं होता है तब तक हमारा विरोध जारी रहेगा और हम किसानों की आवाज को उठाते रहेंगे.

केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा कि वर्तमान की सरकार गूंगी और बहरी है जिसने सिर्फ गरीबों और किसानों के खिलाफ फैसले लिए है. देश की अर्थव्यवस्था लगातार गिरती जा रही है और केंद्र सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य व्यवस्था से लेकर रोजगार तक पूरी तरह से विफल रही है. देश में बेरोजगार दर बढ़ती जा रही है और युवा आत्महत्या करने को मजबूर हैं.

आगे पप्पू यादव ने कहा कि यदि हमारी सरकार सत्ता में आई में तो ये काला कानून पलटेंगे और किसानों के हितों की रक्षा के लिए फैसले लेंगे.

पप्पू यादव ने कहा कि पूंजीपतियों की समर्थक भाजपा किसानों की आवाज को दबाना चाहती है और पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाना चाहती है.

राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अखलाक़ अहमद ने कहा कि, इस कानून के बाद किसानों को पर्याप्त एमएसपी नहीं मिल पाएगा. अकाली दल, एआईएडीएमके सहित सभी विपक्षी पार्टियां इसके खिलाफ थी. इसलिए सदन में नियमों को ताख पर रख कर इस कानून को ध्वनि मत से पास किया गया.

इस दौरान राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज अहमद, राष्ट्रीय महासचिव, राजेश रंजन पप्पू, अवधेश लालू, राजू दानवीर, सुग्गन जी, मनीष, विशाल समेत पार्टी के अन्य नेता मौजूद थे.

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