दिल्ली में FIR दर्ज होने पर बोले पप्पू यादव, बिहार और बिहारी के लिए फांसी भी स्वीकार
न्यूज़ डेस्क (जागता हिंदुस्तान) मंगलवार को मजदूरों की आवाज उठाने के लिए जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मधेपुरा के पूर्व सांसद पप्पू यादव ने एक सांकेतिक मार्च का आह्वान किया था। इस आह्वान पर पूरे राज्य भर में लोगों ने मजदूर संघर्ष मार्च में हिस्सा लिया। दिल्ली में सैकड़ों बिहारी प्रवासी मजदूर सड़क पर उतरे और सरकार के खिलाफ जम कर नारेबाजी की। उन सब की बस एक ही मांग थी कि उन्हें जल्द से जल्द घर भेजा जाए।
राजधानी के ओखला मंडी में हुए इस प्रदर्शन के लिए दिल्ली पुलिस ने पप्पू यादव के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज किया है। अमर कॉलोनी पुलिस स्टेशन में दर्ज हुए इस एफआईआर पर बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा कि, “लाचार व गरीब मजदूरों की आवाज उठाने के लिए मुझ पर मामला दर्ज किया गया है। मैं एक बात आज स्पष्ट रूप से कह देना चाहता हूं, यदि बिहार और बिहारी की आवाज उठाने के लिए मुझे फांसी भी हो जाये तो मैं हंसते-हंसते उसको स्वीकार कर लूंगा लेकिन अपने बिहारी भाई-बहनों को परेशान होते नहीं देखूंगा।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए 20 लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा पर उन्होंने कहा कि, “2015 में बिहार के लिए सवा लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा की थी मोदी जी ने। लेकिन आज तक वो नहीं मिला। किसानों, गरीबों और प्रवासी मजदूरों की बात क्यों नहीं करते? अब सपना बेचना कर दीजिए प्रधानमंत्री जी और हकीकत में आइए।”
आगे जाप अध्यक्ष ने बताया कि, “दिल्ली के सांसद संजय सिंह से हमने बात किया है। 15 तारीख को मजदूर स्पेशल ट्रेन सहरसा, भागलपुर, मुज़फ्फरपुर, दरभंगा, खगड़िया और पूर्णिया जाएगी।”
आगे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि, “नीतीश जी आपने तो प्रधानमंत्री को 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने का सुझाव दे दिया। जब इतने दिनों में आप कुछ नहीं कर पाए तो आगे क्या करेंगे? बिहार में अभी तक सिर्फ 40,000 जांच हुए है और क्वारंटिन सेंटर्स की स्थिति बदहाल हैं।”