पप्पू यादव ने निकाला मशाल जुलूस, कहा- छात्रों और गरीबों के हक़ में फैसला नहीं हुआ तो तेज़ करेंगे विरोध
पटना (जागता हिंदुस्तान) छात्रों कलाकारों एवं व्यापारियों के समर्थन में अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद पप्पू यादव ने मशाल जुलूस निकाला। उत्तरी मंदिर स्थित जन अधिकार पार्टी के कार्यालय से शुरू होकर मशाल जुलूस आयकर गोलंबर तक गया। जुलूस में बड़ी संख्या में जाप नेता व कार्यकर्ता शामिल हुए। इस दौरान कोरोनावायरस को लेकर सरकारी गाइडलाइन के मुताबिक सोशल डिस्टेंसिंग कभी पूरी तरह से पालन किया गया।
इस अवसर पर पप्पू यादव ने कहा कि यह मशाल उस तानाशाह सरकार के खिलाफ एक प्रतीक और एक विरोध है जिसने अपने मजदूरों, मध्यम वर्ग के लोगों, छात्रों को उनके हाल पर छोड़ दिया है। इस विरोध को हम गाँव-गाँव तक पहुचाएंगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार को छात्रों और मजदूरों की कोई चिन्ता नहीं हैं। पिछले कुछ दिनों में 37 लाख प्रवासी मज़दूर बिहार वापस लौटे हैं। उनके लिए अभी तक सरकार ने रोज़गार की व्यवस्था नहीं की हैं।
आगे उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने छात्रों और गरीबों के हक़ में फैसला नहीं लिया तो हम अपने विरोध को और तेज़ करेंगे। हम कमज़ोर समाज के लोगों की आवाज़ उठाते रहेंगे और संघर्ष जारी रखेंगे।
वहीं, जाप के राष्ट्रीय महासचिव और मुख्य प्रवक्ता प्रेमचंद सिंह ने कहा कि बिहार सरकार गरीब और मजदूर विरोधी है। यह पूंजीपतियों की सरकार है, जो सिर्फ गरीबों का हक़ मारना जानती है।
बता दें कि जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने शुक्रवार को अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में कहा था कि अगर छात्रों का तीन महीने का स्कूल फ़ीस माफ़ और छोटे व्यापारियों का बिजली बिल, लोन का ईएमआई और होल्डिंग टैक्स माफ़ नही किया गया तो हम मशाल जुलूस निकालेंगे।
मशाल जुलूस में राजेश रंजन, एजाज अहमद, राघवेन्द्र सिंह कुशवाहा, अकबर अली परवेज़, मंजय अली राय, सुगन जी, शंकर पटेल, विशाल कुमार, नवल किशोर यादव आदि उपस्थित रहे।