दिल्ली में फंसे प्रवासी बिहारियों को 2 दिन में घर भेजेंगे पप्पू यादव, मजदूरों में जबरदस्त उत्साह
न्यूज़डेस्क (जागता हिंदुस्तान) जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मधेपुरा के पूर्व सांसद पप्पू यादव बुधवार को दिल्ली में करोल बाग के लेबर चौक पर मजदूरों से मिलने पहुंचे। लेबर चौक पर हजारों बिहारी प्रवासी मजदूर जमा होकर घर वापस लौटने की व्यवस्था करने की मांग कर रहे थे। पप्पू यादव ने फंसे मजदूरों से कहा कि, “आप सब चिंता न करें। मैं दो दिनों के भीतर आप सबके घर जाने का इंतजाम कर दूंगा।” इतना सुनने के बाद मजदूर खुशी से तालियां बजाने लगे और पप्पू यादव जिंदाबाद के नारे लगाए।
शराब दुकानों के बाहर लगी भीड़ के बारे में उन्होंने कहा कि, “शराब पीने वालों को क्या सोशल डिस्टेंसिग का पालन नहीं करना है? मजदूर अगर भीड़ लगाते है तो उनपर लाठियां भांजी जाती हैं। अब जब सोशल डिस्टेंसिग की धज्जियाँ उड़ाई जा रही है तो जान है तो जहान की बात कहां गई।” उन्होंने मांग की कि शराब खरीदने वालों के हाथ पर निशान लगाया जाना चाहिए ताकि उन्हें आसानी से पहचाना जा सके और उन्हें किसी प्रकार की सरकारी मदद न मिलें।
केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए जाप अध्यक्ष ने कहा कि, “डोनाल्ड ट्रंप का कार्यक्रम और मध्यप्रदेश की सत्ता पाने के लिए नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए समय रहते कदम नहीं उठाए। उसका खामियाज़ा अब मजदूरों और गरीबों को भुगतना पड़ रहा है।” पप्पू यादव ने प्रधानमंत्री से पूछा कि मजदूरों के दुखों का अंत कब होगा?
बिहार में क्वारंटिन सेंटर्स की बदहाल स्थिति पर पप्पू यादव ने कहा कि, “क्वारंटिन सेंटर से लोग भाग जा रहे हैं क्योंकि वहां न अच्छा भोजन मिल रहा है और न ही साफ पानी। सेंटर में साफ-सफाई नहीं है और बिजली की व्यवस्था भी खराब है।” आगे उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, “जहां दूसरे राज्यों में लोगों को 14 दिन क्वारंटिन सेंटर में रखा जा रहा हैं। वहीं बिहार में जानबूझकर 21 दिन क्वारंटिन सेंटर में रखा जा रहा है ताकि बाहर फंसे लोग बिहार न आए।”