पटना नगर निगम का बजट 2020-21 पास, जल-जीवन-हरियाली समेत 11 एजेंडों पर मुहर
पटना (जागता हिंदुस्तान) महापौर सीता साहू की अध्यक्षता में आहूत पटना नगर निगम पर्षद की सातवीं विशेष बैठक में वित्तीय वर्ष 2020-21 हेतु कुल 3744.61 करोड़ रुपये के बजट के प्रस्ताव को पास किया गया।
पटना नगर निगम द्वारा बजट 2020-21 के मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं-
- चालू वित्तीय वर्ष 2019-20 में अप्रैल 2019 से दिसंबर 2019 तक कुल 440.35 करोड़ रुपये की आय के विरुद्ध 461.83 करोड़ रुपये का व्यय हुआ, जो इस वर्ष के अंत तक 627.41 करोड़ की आय के विरुद्ध 802.38 करोड़ रुपये के व्यय का अनुमान है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में 3863.57 करोड़ रुपये की आय एवं 3744.46 करोड़ रुपये व्यय का अनुमान है।
- बजट 2020-21 में प्रस्तावित योजनाएं
· फ्लैगशिप योजनाएं: मॉड्यूलर शौचालय (5 करोड़ रुपये), सामुदायिक शौचालय (5 करोड़ रुपये) एवं कॉलोनी स्मार्ट रोड सह ड्रेनेज परियोजना (280 करोड़ रुपये)
· वार्ड आधारित स्कीम: रैन बसेरा (7.65 करोड़ रुपये), वेंडिंग जोन (150 करोड़ रुपये), सामुदायिक भवन (76 करोड़ रुपये)
· व्यावसायिक परियोजनाएं: टीआरआईयूएम कमर्शियल कॉम्पलेक्स (35.58 करोड़ रुपये), सेकेंडो मॉल सह मल्टीप्लेक्स (66.60 करोड़ रुपये) ला प्रीमियर मॉल सह मल्टीप्लेक्स (99.45 करोड़ रुपये), रेनेसा मॉल (155 करोड़ रुपये)।
"नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा द्वारा निगम पर्षद को अवगत कराया गया कि उक्त व्यावसायिक परियोजनाओं के लिए हुडको से कर्ज लेना प्रस्तावित है। इस कार्य हेतु निगम के स्तर से विगत पांच वर्षों का वित्तीय स्टेटमेंट बुडको को उपलब्ध कराया जाना अनिवार्य है। किन्हीं कारणवश यह कार्य चालू वित्तीय वर्ष नहीं कराया जा सका। परन्तु वित्तीय वर्ष 2020-21 में इसके प्रारंभ होने का अनुमान है। नगर आयुक्त द्वारा यह भी आश्वासन दिया गया कि परियोजना शुरू करने से पहले उनके स्तर से चयनित भूमि हेतु अनिवार्य एनओसी एवं डीपीआर के अंतर्गत प्रस्तावित कार्यों की समीक्षा कर ली जाएगी।"
· आवास योजनाएं: बेगमपुर किफायती आवास (215 करोड़ रुपये), शरीफागंज किफायती आवास योजना (40 करोड़ रुपये), एचआईजी आवास (102 करोड़ रुपये), भंवर पोखर (16.18 करोड़ रुपये) एवं कमला नेहरू स्लम पुनर्विकास परियोजना (190 करोड़ रुपये)।
"नगर आयुक्त द्वारा चर्चा के दौरान जानकारी दी गई कि राजीव आवास योजना के लाभुकों को भी 15 दिन के अंदर योजना के लाभ से आच्छादित कर दिया जाएगा।"
- वित्तीय वर्ष 2020-21 में निगम स्वामित्व की भूमि की चारदीवारी के निर्माण हेतु 10 करोड़ रुपये, जागरुकता अभियान हेतु तीन करोड़ रुपये, पार्षदों के प्रशिक्षण हेतु डेढ़ करोड़ रुपये, विविध रिपेयर एवं मेंटेनेंस हेतु 10 करोड़ रुपये के रिवॉल्विंग फंड, राहत एवं बचाव दल हेतु दो करोड़ रुपये एवं इमरजेंसी फंड में कुल 5 करोड़ रुपये के व्यय का विशेष प्रावधान किया गया।
- बजट के प्रस्तुतिकरण के दौरान नगर आयुक्त द्वारा जानकारी दी गई कि वर्तमान में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन हेतु कुल चार योजनाओं पर वर्तमान में कार्य किया जा रहा है जो वित्तीय वर्ष 2020-21 के अंत तक पूरे कर लिए जाएंगे। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन हेतु निम्न योजनाओं पर कार्य चल रहा है-
· प्लास्टिक वेस्ट प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना: पटना नगर निगम में प्रतिदिन 89 टन प्रति दिन प्लास्टिक कचड़े का उत्पादन होता है। इसकी प्रोसेसिंग के लिए 12.05 करोड़ की लागत से प्लांट की स्थापना का कार्य चल रहा है। प्रोसेसिंग के बाद उत्पन्न ग्रैन्यूल्स का इस्तेमाल सड़क निर्माण में किया जाएगा। साथ ही बायोडीजल में भी प्लास्टिक कचड़े का रूपांतरण किया जाएगा। नैकॉफ द्वारा इस परियोजना पर कार्य किया जा रहा है जिसके दिसंबर 2020 में पूर्ण होने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
· ट्रांसफर स्टेशन: पटना नगर निगम क्षेत्रांतर्गत गर्दनीबाग में दो एवं अगमकुआं क्षेत्र में कुल चार ट्रांसफर स्टेशन निर्माणाधीन हैं। मेसर्स प्रभु दयाल, ओम प्रकाश इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड द्वारा इस परियोजना को 15 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया जाएगा। यह परियोजना अगस्त 2020 तक पूर्ण कर ली जाएगी।
· कचड़ा छंटाई, परिवहन एवं निपटान परियोजना: ट्रांसफर स्टेशन के पास कचड़ों की छंटाई, प्रोसेसिंग प्लांट एवं डंपिंग यार्ड (रामचक बैरिया) तक उनका परिचालन एवं निपटान का कार्य एजेंसी के माध्यम से अप्रैल 2020 में शुरू किया जाएगा।
· कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलिशन वेस्ट: लोक-निजी भागीदारी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) के अंतर्गत बेकार निर्माण सामग्री एवं मलबे के निपटान हेतु अप्रैल 2020 से कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
कोरोना संक्रमण के बीच स्वच्छता के कार्य में डटे निगमकर्मी- महापौर
निगम पर्षद की विशेष बैठक प्रारंभ करने से पहले महापौर सीता साहू द्वारा शहर की जनता से अपील की गई कि कोरोना संक्रमण के आलोक में वे सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते रहें। साथ ही साफ-सफाई के कार्य में जुटे निगम कर्मियों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने जानकारी दी गई कि बिहार में सर्वप्रथन पटना नगर निगम द्वारा सार्वजनिक स्थलों एवं कार्यालयों को डिसिंफेक्ट करने का कार्य प्रारंभ किया गया। उन्होंने कहा कि सफाईकर्मियों द्वारा सड़कों, गली-मोहल्लों एवं नालों की साफ सफाई की जा रही है। साथ ही ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव एवं फॉगिंग भी करायी जा रही है। उन्होंने जानकारी दी कि सफाई कर्मियों को संक्रमण से बचाव हेतु मास्क, ग्लव्ज, साबुन एवं तौलिया भी उपलब्ध कराया गया है।
मास्क के डिस्पोजल हेतु नई व्यवस्था करेगा निगम
बैठक के दौरान नगर आयुक्त ने कहा कि कोरोना वायरस से विश्वभर में फैली महामारी के बीच अस्पताल, सुरक्षा एवं सेना के साथ-साथ निकाय कर्मी भी कार्यरत हैं। उनके द्वारा शहर भर की साफ-सफाई का कार्य जारी है, जो इस वक्त अति महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मियों के लिए आवश्यकतानुसार हेल्थ चेकअप कैंप की भी व्यवस्था होगी। नगर आयुक्त ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए आम जन द्वारा मास्क का इस्तेमाल किया जा रहा है। चूंकि उनके निपटान में संक्रमण का खतरा ज्यादा है। इसलिए यूएनडीपी के साथ मिलकर पटना नगर निगम द्वारा मास्क के डिस्पोजल की विशेष व्यवस्था भी की जाएगी।
निगम पर्षद की विशेष बैठक में विधायक संदीप चौरसिया, विधायक नितिन नवीन, विधायक अरुण सिन्हा, सशक्त स्थायी समिति के सदस्य, पार्षदगण, नगर आयुक्त एवं निगम के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु सभी के लिए कुल तीन कमरो में बैठने की व्यवस्था की गई एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की कार्यवाही सम्पन्न की गई।