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सत्ता नहीं व्यवस्था परिवर्तन चाहती है बिहार की जनता- राजनीतिक तीसरा मोर्चा

पटना (जागता हिंदुस्तान) बिहार विधानसभा चुनाव का समय करीब आने के साथ ही नई नई पार्टी और मोर्चे सामने आने लगे हैं। इसी क्रम में शनिवार को दरोगा प्रसाद राय पथ स्थित विधायक आवास परिसर में राजनीतिक तीसरा मोर्चा द्वारा प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मोर्चा के संयोजक वेदव्रत सिंह ने मोर्चा के गठन के उद्देश्यों पर कहा कि आज अधिकांश बड़े दलों में नैतिकता का अभाव साफ रूप से देखा जा सकता है। तमाम दावों के बाद भी सामाजिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़े हुए लोगों की स्थिति लगातार बदतर होती जा रही है। दूसरी तरफ विभिन्न राजनीतिक दलों के परिवारवाद ने उत्तराधिकारी के तौर पर अपने को स्थापित कर लिया है।

वेदव्रत सिंह ने कहा कि उन दलों में आम जनता के मुद्दों के आधार पर राजनीति करने की अब कोई नैतिक क्षमता नहीं बची है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक तीसरा मोर्चा जाति धर्म वर्ग से ऊपर उठकर न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तहत जनता से जुड़े सवालों को उठाएगी एवं उसके लिए संघर्ष करेगी। सिंह ने कहा कि आजादी के 72 साल बाद भी आज गरीब जनता समान शिक्षा एवं समान चिकित्सा के अधिकार से वंचित है। हर हाथ को काम तथा खेत को पानी देने का वादा करने वाली पार्टियां आम जनता को चिढ़ा रही हैं। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने पूर्व के 15 साल का जंगल राज और वर्तमान के 15 साल का अफसर राज देख लिया है, लेकिन अब बिहार के लोग जनता राज की कामना कर रहे हैं। सिंह ने कहा कि अब तक बिहार में सत्ता परिवर्तन तो हुआ है लेकिन व्यवस्था परिवर्तन नहीं हुआ है।

उन्होंने कहा कि राजनीतिक तीसरा मोर्चा व्यवस्था परिवर्तन के लिए चुनाव में उतरेगा। सिंह ने बताया कि अब तक राजनीति तीसरा मोर्चा में 25 राजनीतिक दल शामिल है और उनकी कोशिश रहेगी कि अन्य दलों को भी इसमें शामिल करें।

वहीं मोर्चा में शामिल भारतीय मोमिन फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. महबूब आलम अंसारी ने कहा कि सांप्रदायिक ताकतें देश में नफरत फैला रही हैं। एनआरसी, सीएए तथा एनपीआर के विरुद्ध पूरा देश जल रहा है। संविधान के मूलभूत ढांचे पर प्रहार हो रहा है। हम भारतवासी देश को बर्बाद नहीं होने देंगे।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष रामध्यान कुशवाहा ने कहा कि आम जनता के सामने अराजक माहौल है तथा विधि व्यवस्था फेल हो चुकी है।

जनता दल सेकुलर के प्रदेश महासचिव गोपाल सिंह ने कहा कि बिहार में भ्रष्टाचार चरम पर है बिहार में उद्योग नहीं है। बाढ़ व सुखाड़ से जनजीवन बहुत ही परेशान है।

युवा जन जागृति पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल पुरी ने कहा कि चरित्रवान एवं गुणवान व्यक्ति से ही व्यवस्था परिवर्तन संभव है। उन्होंने कहा कि आज लोग कद से ज्यादा महत्व पद को देने लगे हैं।

इस अवसर पर शिव कुमार सिंह, पुरुषोत्तम शर्मा, रामजीत यादव और अपना किसान पार्टी के डॉक्टर विनय सिंह मौजूद रहे।

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