कंकड़बाग अंचल में नहीं पहुंची जलजमाव को लेकर योजनाएं, बजट बैठक में भड़के पार्षद कुमार संजीत
पटना (जागता हिंदुस्तान) पटना के एक प्रतिष्ठित होटल में आयोजित बैठक के दौरान पटना नगर निगम द्वारा साल 2020-21 का बजट पेश किया गया। महापौर सीता साहू द्वारा बजट पेश करने की अनुमति के बाद नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने जैसे ही बजट भाषण शुरू किया तो कंकड़बाग वार्ड नंबर 34 के पार्षद कुमार संजीत जमकर भड़क गए। उन्होंने सीधे तौर पर मेयर सीता साहू पर ताबड़तोड़ हमला किया। कुमार संजीत ने कंकड़बाग अंचल के कंकड़बाग और राजेंद्र नगर क्षेत्र में पिछले वर्ष हुए जलजमाव को लेकर महापौर सीता साहू पर निशाना साधा।
उन्होंने जागता हिंदुस्तान से बातचीत करते हुए कहा कि यह बात किसी से छुपी नहीं है कि पिछले वर्ष हुए पटना जलजमाव के दौरान राजेंद्र नगर और कंकड़बाग क्षेत्र हफ्ते भर से ज्यादा दिनों तक डूबा रहा। वार्ड पार्षद ने कहा कि इसके बावजूद कंकड़बाग और राजेंद्र नगर क्षेत्र में जलजमाव को लेकर नगर निगम की कोई भी योजना नहीं पहुंची है। उन्होंने कहा कि नगर विकास विभाग ने जलजमाव को लेकर योजनाओं के लिए 50 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं। बिना प्रशासनिक अनुमति के टेंडर तक निकाल दिया गया है।
कुमार संजीत ने मेयर सीता साहू पर पद के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि नगर विकास विभाग को अंधकार में रखकर काम लिया जा रहा है। कुमार संजीत ने कहा कि नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा तो कुछ दिनों पहले ही आए हैं लेकिन हमारी मुखिया तो महापौर सीता साहू हैं और उनके साथ सशक्त स्थाई समिति है, तो क्या उन लोगों को भी जानकारी नहीं पटना जलजमाव के दौरान कंकड़बाग और राजेंद्र नगर क्षेत्र की क्या स्थिति थी। वार्ड पार्षद ने कहा कि सभी योजनाएं पटना सिटी क्षेत्र के लिए बनाई गई है। उन्होंने सवाल उठाया कि सिटी क्षेत्र में कहां जलजमाव होता है?
कुमार संजीत ने सीधे तौर पर कहा कि जो चापलूसी करने वाले पार्षद हैं उनके वार्ड में तमाम योजनाएं जा रही है। हम विरोध करते हैं इसलिए हमारी बात नहीं सुनी जाती। कंकड़बाग अंचल में 11 पार्षद है लेकिन किसी के भी वार्ड में जलजमाव को लेकर योजना नहीं पहुंची है। उन्होंने कहा कि 21 योजनाएं पहुंची भी हैं तो वह गलत है। उनसे जलजमाव की समस्या का समाधान नहीं होने वाला है।
कुमार संजीत ने उदाहरण देते हुए कहा कि राजेंद्र नगर की चार बार की पार्षद प्रमिला वर्मा को जलजमाव को लेकर स्थानीय जनता की नाराजगी का सामना करना पड़ा इसके बावजूद उनके वार्ड में कोई योजना नहीं पहुंची। पटना जलजमाव के दौरान राजेंद्र नगर 10 दिन तक डूबा रहा और तमाम विधायक और सांसद गायब हो गए। कुमार संजीत ने कहा कि इतनी असंवेदनशील सरकार होने के बावजूद जनता इन्हें चार-चार बार से विधायक और सांसद बना रही है।
एक वर्ष से भी कम समय में तीसरी बार पटना नगर आयुक्त बदले जाने के मामले को लेकर कुमार संजीत ने कहा कि इतनी जल्दी-जल्दी नगर आयुक्त बदलने की सरकार की नीति पूरी तरह से गलत है। सरकार नहीं चाहती है कि हम लोग उन्नति करें और जलजमाव से मुक्ति पाएं। उन्होंने मीडिया से आग्रह किया कि हमारी बात को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा तक पहुंचा है क्योंकि हमें तो उनसे मिलने तक का समय नहीं दिया जाता है।
वहीं कुमार संजीत ने कहा कि अभी कोरोना वायरस को लेकर एहतियात बरतने का समय है। लिहाजा यह समय बीत जाने के बाद वह बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे। पुरानी कहा कि वह जनता की समस्याओं को लेकर सड़क पर उतरेंगे।