ग़रीबों को आश्वासन नहीं राशन और नारे नहीं सहारे की ज़रूरत है- तेजस्वी यादव
पटना (जागता हिंदुस्तान) प्रवासी मजदूरों को लेकर बिहार में सियासी संग्राम लगातार जारी है। इसी क्रम में विभिन्न राज्य में फंसे बिहारी श्रमिकों को वहीं रुकने के सरकारी सुझाव को लेकर नेता प्रतिपक्ष जैसी यादव ने एक बार फिर राज्य सरकार पर निशाना साधा है।
तेजस्वी यादव ने कहा है कि “जो जहां है वहीं रहे” सरकार द्वारा सुझाए गए या उपाय बिल्कुल निराधार और निर्दयी है, नारा होना चाहिए था “जो सक्षम है वह जहां है वहीं रहे” और जो भी अक्षम, गरीब, मजदूर, मजबूर दिक्कत और तकलीफ में है “वह जहां भी है वह हमसे कहे” हम सबका ख्याल रखेंगे और मदद पहुंचाएंगे।
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि ऐसा नहीं हुआ, इस असंवेदनशील सरकार ने सभी को एक तराजू में तौल दिया क्या राजा क्या रंग।
उन्होंने कहा कि गरीब को उनके हाल पर छोड़ देना सरकार की विफलताओं की भयानक तस्वीर है जो आने वाले कई सालों तक देश की आंखों में चुभती रहेगी “नारे नहीं सहारे की जरूरत है।”