लॉकडाउन संकट के बीच समाज के सहयोग से गरीब भूखे पेट सोने को मजबूर नहीं- ज्ञान वर्मा
पटना (जागता हिंदुस्तान) इस समय पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रहा है. इससे निपटने के लिए देशभर में लॉकडाउन लागू है. लोग अपने-अपने घरों में रहने को विवश है। इसमें सबसे ज़्यादा पहाड़ उन गरीबों के ऊपर टूटा है जो गरीब, असहाय हैं जो रोज कमाते रोज खाते थे।
आपको बता दें कि संकट की इस घड़ी में पटना के बुद्धा कॉलोनी निवासी ज्ञान वर्मा जो कि बक्सर में पंजाब नेशनल बैंक में पदस्थापित हैं, उन्होंने कुछ युवाओं के साथ अबतक लगभग २००० से अधिक परिवारों को उनके घर जाकर राशन सामग्री का वितरण कर चुके हैं और आगे भी ये काम निरंतर जारी है। इसमें सफाई कर्मी को पानी, बिस्किट , मास्क, गलब्स मुहैया कराते है। फिर गरीब बेसहारों के झुग्गी झोपड़ी में तथा रिक्सा और ठेला चालकों को आनज जाकर देते हैैं, उसमें चावल, दाल, दूध, अटा, ब्रेड, आलू, बिस्कुट इत्यादि रहता है।
वहीं ज्ञान वर्मा ने कहा कि आज हमारा देश विपरीत परिस्थितियों से गुजर रहा है, ऐसी स्थिति में हमारे शहर के हर युवा एक साथ मिलकर शारीरिक रूप से दूर हट कर लेकिन दिलों से नजदीक होकर कंधे से कंधे मिलाकर लोगो की सहायता कर रहे है।
आपको बता दें कि आज ऐसे ही हमारे पटना के बुद्धा कॉलोनी निवासी ज्ञान वर्मा जो कि बक्सर में पंजाब नेशनल बैंक में पदस्थापित हैं , उन्होंने कुछ युवाओं के साथ मिलकर जिसमें सन्नी कुमार देव इंजीनियर एवं सौरभ कुमार, प्रतियोगी परीक्षा के कैंडिडेट अभिषेक राज, इंडिया बुल्स में कलेक्शन ऑफिसर सत्येंद्र कुमार, सेल्स एग्जीक्यूटिव अक्सेओम, निहारिका पाण्डेय और प्रियंका गुप्ता, प्राइवेट जॉब इन सभी ने मिलकर समाज में उन गरीब लाचार बच्चों, युवाओं, और महिलाओं को सहायता कर रहे हैं, पटना जंक्शन, अशोक राजपथ, चितकोहरा, बुद्धा कॉलोनी, गर्दनीबाग, कुम्हरार, दीघा, जगदेव पथ, सगुना मोर तक खाने के सामान से लेकर राशन तक मुहैया करा रहे हैं।
वहीं इन सभी युवाओं को कहना है की सामूहिक लग्न और प्रयास से जो इंसान जितना सक्षम है आज समाज में कदम बढ़ाने की उसकी आवश्यकता है। यह वही वक्त है जहां एक समाज छोटा प्रयास कर हम समाज के गरीब लाचार और बेबस किसी परिवार को भूखे नहीं सोने देंगे।
उन्होंने कहा कि हमारा देश सभ्यता और संस्कृति से जुड़ा होने के कारण ही, आज हम विश्व में शांति स्थापित करने में भी सफल हो रहे हैं।