Lockdown2 : धार्मिक स्थल बंद होने से अभाव में हैं पुजारी, मुफ्त राशन और आर्थिक सहयोग दे सरकार- प्रेमचंद्र मिश्रा
पटना (जागता हिंदुस्तान) कोरोना महामारी को लेकर जारी लॉकडाउन के कारण रोजाना कमाने खाने वाले लोग बेहद परेशान हैं। इस मामले को लेकर कांग्रेस के विधान पार्षद सह प्रदेश प्रवक्ता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा है कि लॉकडाउन की वजह से परेशान गरीब, दिहाड़ी मजदूर, फुटपाथ के दुकानदार, रिक्शा ठेला चालक समेत रोज कमाने खाने वाले लोगों में समाज के एक और वर्ग को जोड़ना चाहते हैं जो फिलहाल उपेक्षित है।
उन्होंने कहा कि लॉक डाउन के कारण विभिन्न धार्मिक कार्यों और धार्मिक स्थल विशेषकर मंदिरों के बंद होने से यहां पूजा पाठ कराने वाले पंडित और पुजारी काफी अभाव से गुजर रहे हैं। कांग्रेस एमएलसी ने कहा कि यह लोग भी रोजाना कमाने खाने वाले ही हैं। इस समय सभी धार्मिक स्थलों के अलावा मांगलिक और वैवाहिक कार्य भी बंद है।
प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि लॉक डाउन के कारण धार्मिक स्थलों पर लोगों का आना जाना और पूजा-पाठ बंद है। सभी धर्मों के ऐसे लोग, जो अपने-अपने धार्मिक स्थलों पर रहकर वहां पूजा पाठ अन्य धार्मिक कार्य संपन्न कराकर जो कुछ कमाते हैं, उससे अपना गुजारा करते हैं। ऐसा वर्ग भी बुरी तरह से प्रभावित है और किसी भी सरकार ने ऐसे लोगों के लिए किसी भी प्रकार की सहायता की घोषणा नहीं की है।
कांग्रेस एमएलसी ने कहा कि वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह करना चाहते हैं कि जिस तरह से सरकार द्वारा मुफ्त अनाज और एक-एक हज़ार की सहायता राशि अन्य जरूरतमंदों को दी जा रही है। उसी प्रकार पंडितों और अन्य धर्मों के पुजारियों के लिए भी 3 महीने का मुफ्त राशन और सहायता राशि देने पर विचार किया जाए।