शर्मनाक : यातना शिविर बना क्वॉरेंटाइन सेंटर, खराब खाने का विरोध करने पर मजदूर की पिटाई
पटना (जागता हिंदुस्तान) लव साउंड के कारण विभिन्न राज्यों में फंसे मजदूरों की घर वापसी के सिलसिले के बीच अब उनके साथ सरकारी दुर्व्यवहार का मामला भी सामने आने लगा है। वापस आए मजदूरों को खाने पीने को लेकर क्वॉरेंटाइन सेंटरों में भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं विरोध करने पर पुलिस डंडे भी बरसा रही है।
ताजा मामला बांका के शंभूगंज प्रखंड स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर का है, जहां कर्नाटक से आए एक श्रमिक को सरकारी खाने का विरोध करना काफी भारी पड़ गया। पीड़ित मजदूर के मुताबिक खराब खाने का विरोध करने पर सीओ साहब को इतना गुस्सा आ गया कि उन्होंने मजदूर की जमकर पिटाई करवा दी। पीड़ित के मुताबिक 3 पुलिस वालों ने उसे पीट-पीटकर हाथ तक तोड़ दिया और इलाज कराने से भी मना कर दिया। मजदूर को धमकी दी गई कि अस्पताल में पुलिस द्वारा पिटाई की बजाय गिरकर हाथ टूटने का बयान देना है।
पीड़ित मजदूर के मुताबिक पुलिस ने उसे धमकी दी है कि जो दिया जा रहा है खाओ, अगर प्रशासन के खिलाफ जाओगे तो इतनी पिटाई की जाएगी कि भूल कर भी शंभूगंज नहीं आओगे। पीड़ित मजदूर ने मदद की गुहार लगाई है।
मजदूर की पिटाई के मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूरे मामले की जांच कराने का आग्रह किया है। तेजस्वी यादव ने ट्विटर पर पीड़ित मजदूर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “बिहार में क्वारंटाइन सेंटरों को यातना शिविर में तब्दील कर दिया गया है। ख़राब खाने का विरोध करने पर शंभूगंज प्रखंड, बाँका के इस श्रमिक भाई को पुलिस द्वारा पिटा गया। माननीय मुख्यमंत्री जी से आग्रह है कि कृपया अधिकारियों के अलावा जनप्रतिनिधियों से भी ज़मीनी हक़ीक़त का फ़ीडबैक लें।”
गौरतलब है कि इससे पहले शंभूगंज क्वॉरेंटाइन सेंटर के मामले को लेकर बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी रिसर्च विभाग एवं मेनिफेस्टो कमेटी के चेयरमैन आनंद माधव ने भी विभिन्न राज्य से वापस आ रहे मजदूरों की स्थिति को लेकर बिहार सरकार से बड़ा सवाल किया है। माधव ने कहा की अभी तो 10% से भी कम प्रवासी बिहारी मजदूर राज्य में वापस आए हैं और उनके साथ सरकार जानवरों जैसा सलूक कर रही है। उनको दिए जा रहे खाने में कीड़े निकल रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि जब सभी 40 लाख के करीब मजदूर वापस आ जाएंगे तो क्या होगा।
बता दें कि इससे पहले बेंगलुरु से अररिया के जोकीहाट पहुंचे मजदूरों ने भी प्रशासन द्वारा खाने में सूखा, भात नमक और मिर्ची देने की बात कही है। इस मामले को लेकर भी नेता प्रतिपक्ष ने ट्विटर पर वीडियो शेयर करते हुए इसे सरकार द्वारा मजदूरों के साथ जानवरों जैसा व्यवहार करार दिया है।