Corona Politics : राजद-कांग्रेस विधायकों ने मुख्यमंत्री राहत कोष में एक पैसा भी नहीं दिया- सुशील मोदी
पटना (जागता हिंदुस्तान) कोरोना महामारी को लेकर जारी लॉकडाउन के बीच सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच राजनीतिक संग्राम चरम पर है। दोनों ही पक्ष एक दूसरे पर कोरोना संकट के समय जनता के हित में कार्य नहीं करने का आरोप लगा रहे हैं। इसी क्रम में बिहार सरकार में भाजपा कोटे के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी राजद और कांग्रेस पर बड़ा निशाना साधा है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा है कि कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन से उत्पन्न संकट के समय भाजपा-जदयू के सभी विधायकों ने अपना एक-एक माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया। राजद और कांग्रेस के विधायकों ने राहत कोष में एक पैसा भी नहीं दिया, बल्कि विधायक निधि से 50 लाख रुपये देने का विरोध कर अपनी संवेदनहीनता उजागर की।
इसके साथ ही उन्होंने कोसी बाढ़ के समय तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद द्वारा बिहार को 90 करोड़ रुपए की मदद दिलाने और फ्री ट्रैन चलवाने के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कोसी में 2008 की बाढ़ के समय रेलवे कर्मचारियों ने अपने एक दिन का वेतन देकर 38.6 करोड़ जुटाये थे। तत्कालीन रेल मंत्री के नाते यह राशि बिहार के आपदा कोष में दी। राजद नेता बताएं कि कोरोना संक्रमण में मुख्यमंत्री राहत कोष में कितनी मदद की? उन्होंने आगे कहा कि जो लोग 2017 में सीमांचल की बाढ़ के समय गांधी मैदान में रैली कर रहे थे और 2019 की बाढ़ के समय गायब रहे, वे कोरोना संकट के समय भी बिहार से बाहर रह कर बयानबाजी कर रहे हैं।
बता दें कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा है कि 2008 में जब कोसी नदी ने अपनी सीमाएं लांघ भयंकर तबाही मचा लाखों लोगों का जीवन प्रभावित किया था। तब तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद ने फ़्री में ट्रेन चलाई थी। बिहार के मात्र 4-5 ज़िलों के लिए ही 1000 करोड़ का पैकेज़ दिलाया। रेलवे से बिहार के मुख्यमंत्री राहत कोष में 90 करोड़ दिलाया। स्वयं 1 करोड़ रू दिया। मुख्यमंत्री तब भी नीतीश कुमार थे और अब भी।