RLSP ने मनाया काला दिवस, बोले उपेंद्र कुशवाहा- मीडिया पर प्रतिबंध गैर लोकतांत्रिक कदम
पटना (जागता हिंदुस्तान) लॉक डाउन के बीच मजदूरों किसानों को उचित राहत देने की मांग तथा क्वॉरेंटाइन सेंटर में मीडिया कर्मियों के प्रवेश पर रोक लगाने के सरकारी आदेश के खिलाफ रालोसपा ने पूरे बिहार में काला दिवस मनाया। निर्धारित कार्यक्रम के तहत सुबह 10:00 बजे से 12:00 बजे तक रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा जहां अपने पैतृक आवास पर मुंह में काली पट्टी बांधकर सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए पार्टी के अन्य नेता व कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठे वहीं पार्टी के प्रदेश कार्यालय समेत विभिन्न जिले में रालोसपा नेता व कार्यकर्ता भी धरने में शामिल हुए।
इस अवसर पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि वर्तमान परिस्थिति में जहां लोग कोरोनावायरस से परेशान है वहीं राज्य सरकार के रवैए के कारण लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है। कुशवाहा ने कहा कि एक तरफ राज्य सरकार लोगों की परेशानी दूर करने में सफल नहीं हो पा रही है तो वहीं दूसरी तरफ अपनी नाकामी छुपाने के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर में मीडिया कर्मियों के प्रवेश पर रोक लगा दी है।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि एक तरफ खुद राज्य की सरकार तो कुछ कर नहीं रही है और वही मीडिया सच को उजागर करना चाहता है तो उस पर भी रोक लगा दी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह कदम गैर लोकतांत्रिक और संविधान के खिलाफ है। रालोसपा इसका विरोध करती है और इसके खिलाफ पूरे बिहार में काला दिवस मना रहे हैं।
इसके साथ ही उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मजदूर तबके के लोगों को आज ठीक तरह से राहत नहीं मिल पा रही है। किसान भी परेशान है। इन सबको ठीक तरह से राहत मिलनी चाहिए। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इन तमाम मुद्दों को लेकर लालू पर द्वारा पूरे बिहार में काला दिवस मनाया गया है और आगे भी इस तरह से सत्याग्रह का कार्यक्रम जारी रहेगा।