PK के समर्थन में उतरा शोषित सवर्ण संघर्ष समिति, CM नीतीश का फूंका पुतला
पटना (जागता हिंदुस्तान) चुनावी रणनीतिकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर के समर्थन में S4 यानी शोषित सवर्ण संघर्ष समिति सामने आया है। प्रशांत किशोर पर मुकदमा दर्ज होने के मामले को लेकर S4 ने राजधानी के व्यस्ततम आयकर गोलंबर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंका। इस दौरान समिति के सदस्यों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
इस अवसर पर समिति के सदस्य राजीव मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस तरह से सवर्ण समाज से आने वाले प्रशांत किशोर को अपमानित किया है, वह सवर्णों की मर्यादा के खिलाफ है। मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार के सवर्णों और अल्पसंख्यकों की अनदेखी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के बेटे प्रशांत किशोर को साजिश के तहत फर्जी मुकदमे में फंसाया गया है। वर्तमान सरकार द्वारा लगातार प्रशांत किशोर को अपमानित और प्रताड़ित किया जा रहा है, जिसके कारण बिहार के किसान और नौजवान बेहद आहत हैं।
राजीव मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार प्रशांत किशोर को टारगेट बनाकर अपमानित और प्रताड़ित कर रहे हैं, क्योंकि प्रशांत किशोर ने बिहार के संदर्भ में कुछ सवाल उठाए हैं। राजीव मिश्रा ने कहा कि समिति यह मांग करती है कि वर्तमान सरकार प्रशांत किशोर को अपमानित और प्रताड़ित करना बंद करे। मिश्रा ने कहा कि सवाल संघर्ष सेवा समिति लगातार बिहार के युवाओं, नौजवानों किसानों सवर्णों के सवाल पर संघर्ष कर रहा है।
वहीं यह पूछे जाने पर कि रोजगार और नौजवानों के मुद्दे को लेकर तेजस्वी यादव भी बेरोजगारी हटाओ यात्रा पर निकले हैं, तो क्या S4 उनका समर्थन करता है? इस सवाल के जवाब में राजीव मिश्रा ने कहा की तेजस्वी यादव केवल छलावा कर रहे हैं लेकिन बिहार की जनता अब छलावे में आने वाली नहीं है। उन्होंने लालू-राबड़ी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 15-15 वर्षों शासनकाल पर हमला करते हुए कहा कि इन दोनों परिवारों ने बिहार में जो 15-15 का मैच खेला है, बिहार की जनता उसे बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है। वहीं राजीव मिश्रा ने कहा कि S4 मांग करता है कि प्रशांत किशोर आगे बढ़कर बिहार का नेतृत्व करें और बिहार को मौजूदा लंगड़ेपन से निकालकर विकास की दौड़ में आगे ले जाएं।
इस अवसर पर समिति के प्रवक्ता हरेंद्र मिश्रा समेत तारकेश्वर तिवारी, पप्पू सिंह, सुरेंद्र पांडे, नारायण सिंह, मनीष झा, अमित सिंह, रवि शर्मा, रंजन ओझा, कामता मुखिया, मृत्युंजय कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।
बता दें कि प्रशांत किशोर के खिलाफ पटना के पाटलिपुत्र थाने में आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 406 (विश्वास तोड़ना) के तहत मामला दर्ज कराया गया है। एफआईआर में उनपर अपने अभियान ‘बात बिहार की’ के लिए कॉन्टेंट की चोरी करने का आरोप लगाया गया है।