Education & Culture

मधुबनी पेंटिंग्स के माध्यम से दिव्यांग उद्यमी बनाने की मुहीम में अग्रसर सिम्मी आर्ट स्टूडियो

• एक लाख दिव्यांगों को 2025 तक रोज़गार देने का लक्ष्य
• देश भर में मधुबनी कला केंद्र की स्थापना
• रोज़गार मेला, एनजीओ मीट, कैम्पस कनेक्ट और स्वावलंबन यात्रा का आयोजन

नई दिल्ली। दिल्ली के इंडिया गेट के कर्तव्य पथ पर चल रहे दिव्य कला मेले में दिव्यांगों के सशक्तिकरण के क्षेत्र में देश भर से आई कई गैर-सरकारी संस्थाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इसी कड़ी में सिम्मी आर्ट स्टूडियो ने मधुबनी कलाकारी से आगंतुकों को रुबरू कराया साथ ही अपनी खुबसुरत पेंटिंग्स से मेले में आने वालों का दिल जीता, इस मेले में सिम्मी आर्ट स्टूडियो दिव्यांगजनों को उद्यमी बनाने के लिए प्रेरित भी कर रहा है, तथा अन्य लोगों को मधुबनी कला का प्रशिक्षण भी प्रदान कर रहा है।

इस प्रशिक्षण शिविर का उद्देश्य मधुबनी कला के माध्यम से दिव्यांग लोगों को रोज़गार देना है। सिम्मी आर्ट स्टूडियो एंटरप्रेन्योरशिप डवेलेपमेंट प्रोग्राम के जरिये दिव्यांगों को स्वरोजगार के लिए देश भर में दिव्यांगजन उद्यमी विकास केंद्र स्थापित करना हे, जिसके माध्यम से दिव्यांगो को जरूरी प्रशिक्षण, मार्किट लिंकेज और आर्थिक आवश्यकताओं में निरंतर सहयोग कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।

सिम्मी आर्ट स्टूडियो दिव्यांग जनों को रोजगार से जोड़ने के लिए कंपनियों के साथ रोज़गार मेला और कैम्पस कनेक्ट का आयोजन करती है, ताकि दिव्यांग जनों के लिए विशेष और सुगम वातावरण में रोज़गार का उचित प्रबंध हो सके।

सिम्मी आर्ट स्टूडियो की संस्थापक एवं सीईओ सीमा आनंद जी ने बताया कि सिम्मी आर्ट स्टूडियो ने देश के विभिन्न हिस्सों में दिव्यांगजन के लिए मधुबनी कला केंद्र की स्थापना करने की ओर अग्रसर है जिसमें ऐसे दिव्यांगजनों को चुना जाएगा, जो अपना स्वरोजगार करना चाहते हों या अपनी कला को आगे बढ़ाना चाहते हों। ऐसे दिव्यांग जनों के बैच बनाकर उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा, साथ ही उन्हें उनका उद्यम शुरू करवाने में आर्थिक मदद प्रदान की जाएगी, तथा उद्यम शुरू होते ही उन्हें मार्किट से जोड़कर उनके उद्यम को आगे बढ़ाने का काम भी सिम्मी आर्ट स्टूडियो की टीम करेगी।

इस संस्था का प्रयास देश भर के दिव्यांग जन उद्यमियों का नेटवर्क स्थापित करना है ताकि सभी दिव्यांग एक दूसरे के सहयोग से आगे बढ़ सकें। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता द्रारा 2 से 7 दिसंबर तक आयोजित इस दिव्य कला मेले में सिम्मी आर्ट स्टूडियो से प्रशिक्षित कलाकार अपने हुनर का प्रदर्शन कर रहे है।

दिव्य कला मेले का उद्देश्य देश भर के दिव्यांग कारीगरों, शिल्पकारों और हस्तकारों के उत्पादों और शिल्प कौशल का बड़ा मंच प्रदान करना है। मेले में प्रतिदिन दिव्यांगजनों के द्रारा प्रस्तुत सांस्कृतिक रंगारंग कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

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