CM नीतीश पर भी लगे हैं दिल्ली दंगों के दाग- रालोसपा
पटना (जागता हिंदुस्तान) राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) ने दिल्ली दंगों में मारे गए लोगों के प्रति गहरी संवेदना जताते हुए कहा कि देश पर सीएए कानून थोपने वालों का संसद के दोनों सदनों में साथ देने वाले भी दिल्ली दंगों के लिए जिम्मेदार हैं। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता फजल इमाम मल्लिक ने कहा है कि पार्टी मानती है कि सीएए जैसा काला कानून नहीं बनता तो देश में जो अभी माहौल है, वह नहीं होता। मल्लिक ने कहा कि पार्टी का मानना है कि सीएए, एनसीआर और एनपीआर एक दूसरे से जुड़े हैं इसलिए इसे अलग कर नहीं देखा जा सकता।
रालोसपा महासचिव ने कहा कि दिल्ली दंगों के दाग बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी लगे हैं, क्योंकि संसद के दोनों सदनों में जदयू ने सीएए बनवाने में भाजपा की मदद की थी। भाजपा देश में माहौल बिगाड़ने में लगी है और नीतीश कुमार उसके साझीदार हैं। सीएए नहीं बना होता तो लोग सड़कों पर नहीं उतरते और भाजपा को मजहब के नाम पर सियासत करने का मौका नहीं मिलता, लेकिन नीतीश कुमार ने संसद में साथ देकर भाजपा का काम आसान किया। मल्लिक ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के ‘जो हो गया सो हो गया’ जैसे बयान की भी निंदा की और कहा कि इस तरह के बयान देश के सुरक्षा सलाहकार देते हैं तो इससे माहौल और खराब होता है। उन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद नफरत फैलाने वाले भाजपा नेताओं पर एफआईआर दर्ज नहीं करने पर सवाल उठाया और कहा कि केंद्र सरकार दंगा करने वालों को बचाने में लगी है।
मल्लिक ने नीतीश कुमार सरकार पर हमला करते हुए कहा कि दिल्ली दंगों की आग में झुलस गई और सरकार बिहार में मुशायारा करने में जुटी है, जबकि जरूरत अभी मजलूमों और पीड़ितों की आंख से आंसू पोंछने की थी। रालोसपा के राष्ट्रीय महासचिव ने केंद्र व दिल्ली सरकार से पीड़ितों को उचित मुआवजा देने और उनके पुनर्वास की मांग करते हुए कहा है कि जिनके व्यवसाय को दंगाइयों ने तबाह कर दिया उन्हें सरकार जल्द रोजगार शुरू करने के लिए आर्थिक मदद करे।