कन्हैया पर राजद्रोह एवं दिल्ली हिंसा मामले में छात्रों का मार्च
पटना (जागता हिंदुस्तान) जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष व सीपीआई नेता कन्हैया कुमार एवंं अन्य छात्रों को राजद्रोह में फंसाने, दिल्ली हिंसा के मामले में गृहमंत्री अमित शाह की बर्खास्तगी, संवैधानिक संस्थाओं को कठपुतली बनाए जाने के खिलाफ छात्रों का मार्च पटना विश्वविद्यालय शताब्दी द्वार से निकला। मार्च पटना कॉलेज पहुंच सभा में तब्दील हो गया।
सभा को संबोधित करते हुए एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार, एआईडीएसओ के राज्य उपाध्यक्ष निकोलाई शर्मा, आइसा के राज्य उपाध्यक्ष रामजी यादव, छात्र रालोसपा के सौरभ कुमार ने कहा कि कन्हैया कुमार एवं जेएनयू के अन्य छात्रों पर राजनीतिक षडयंत्र के तहत बिहार विधानसभा चुनाव से पूर्व राजद्रोह का मुकदमे की मंजूरी दी गई है। छात्रों पर राजद्रोह के मुकदमे चलवाने वाली स्व घोषित राष्ट्रवादी सरकार आतंकियों के साथ पकड़े गए डीएसपी देवेंद्र सिंह पर कोई देशद्रोही संलिप्तता नहीं तलाश पाई।
दिल्ली हिंसा के मामले में गृहमंत्री अमित शाह की बर्खास्तगी की मांग करते हुए छात्र नेताओं ने कहा कि दिल्ली हिंसा पर तल्ख तेवर अपना दंगाइयों पर कार्रवाई का आदेश देने वाले जज मुरलीधर का ट्रांसफर कराने वालों को उनकी आज की विदाई समारोह में उमड़ी भीड़ से चेत जाना चाहिए कि उनकी उलटी गिनती शुरू होने वाली है। छात्र नेताओं ने कहा कि एनपीआर-एनआरसी एवं सीएए को पूरी तरह से वापसी तक लड़ाई जारी रहेगी।
मौके पर अक्षय कुमार, अफजल गनी, कुंदन कुमार, मीर सैफ अली, निधीश, लक्ष्मी कुमारी, अफरोज आलम, शिमला मौर्या, फरहान, सूर्या, अंजली कुमारी आदि मौजूद रहे।